औरंगाबाद। अक्सर ऐसा देखा गया है कि चुनाव जीतने के बाद नेताओं के दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं। लेकिन जनता के बीच में रहकर कार्य करने वाले और खुद को नेता नहीं, जनता का सेवक समझने वाले जिला पार्षद शंकर यादवेन्दु ने एक बार फिर ज़िला परिषद क्षेत्र संख्या 11 से अपनी भाग्य आजमाने को लेकर चुनावी मैदान में हैं। वे एक ऐसे जन प्रतिनिधि हैं, जो जनता की एक आवाज पर जाति व धर्म से ऊपर उठकर उनकी सेवा करते हैं। क्षेत्र भ्रमण के दौरान शंकर यादवेन्दु ने कहा कि हमनें गरीब, दलित, वंचित व जरूरतमंदों से सामंती सोच रखने वालों की नफ़रत देखी है और भूख सहकर जनता की सेवा की हैं। चुनाव में वोट सबसे बड़ी शक्ति होती है। युवा अगर सशक्त होंगे तो समाज व देश तेजी से विकास करेगा। कहा
कि प्रत्याशी की हार-जीत का फैसला मतदाता की वोट पर निर्भर है। हमने विकास किया है, और विकास करेगें। गांव की सरकार चुनने में एवं लोकतंत्र की मजबूती के लिए आप सभी पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करें। तभी हम एक बार फिर विकास को नई आयाम दे पाएंगे। शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार, विकास व क्षेत्र की पहचान दिलाना हमारी प्राथमिकताओं में शामिल है। बेहतर शिक्षा के साथ रोजगार का अवसर उपलब्ध करायेंगे, और यह तभी संभव है जब एक सशक्त प्रतिनिधित्व करने वाला होगा। हमें रोजगार के अवसर अधिक से अधिक विकसित करना होगा। तभी रोजगार से वंचित युवा को मुख्य धारा में लाया जा सकेगा। इसके लिए हम प्रयास रत हैं। जब तक समाज के सभी वर्गों तक शिक्षा नहीं पहुंचेगी समुचित विकास संभव नहीं है। इसके लिए आप सभी हमें वोट करें। इस चुनाव में जितनी अधिक वोटिग होगी, उतने हम सशक्त होंगे और आपकी समस्याओं को समाधान करने में सक्षम होंगे।