
औरंगाबाद। कोरोना काल में स्थगित गया हवाई अड्डे के सभी विमान सेवाओं को शुरू करने व अन्य हवाई अड्डे को नये सिरे से जीर्णोद्धार करने के लिए सांसद सुशील कुमार सिंह ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ध्यान आकृष्ठ कराते हुए कहा कि गया ज्ञान और मोक्ष की भूमि है यहां विष्णुपद मंदिर के अलावा महाबोधि मंदिर है जिसका बौद्ध धर्म में अति विशिष्ट स्थान है। बिहार व झारखंड के अनेक दार्शनिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व धार्मिक स्थल राजगीर, नालंदा, पावापुरी, पारसनाथ सहित अन्य गया की परिधि में है। जहां कोविड-19 महामारी से पूर्व बड़ी संख्या में देश-विदेश से सैलानी यहां आया करते थे। लेकीन महामारी के कारण लोगों का आना बंद हो गया है। श्री सिंह ने कहा कि गया बिहार के प्रमुख शहरों में से एक है जबकि यहां के लोगों को शिक्षा, चिकित्सा व रोजगार को लेकर देश-विदेश के अन्य स्थानों की यात्रा करना पड़ता है। गया हवाई अड्डा विशेष रूप से बिहार व झारखंड के 15 से अधिक जिलों जोड़ता है। कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण यहां के विमान सेवाओं के परिचालन पर व्यापक असर पड़ा एवं सभी सेवाएं रद्द कर दी गई थी पूर्व में इस हवाई अड्डे से अनेक अंतरराष्ट्रीय एवं अंतर्देशीय विमान सेवा परीचालित होती थी जो वर्तमान में मात्र एक सेवा इंडिगो, कोलकाता – गया – कोलकाता तक सीमित है। इंडिगो व एयर इंडिया की जो सेवाएं कोविड-19 के राष्ट्रीय लॉकडाउन की वजह से प्रभावित हुई थी उन्हें भी कोविड-19 की दूसरी लहर के पहले शुरू कर दिया गया था परंतु अब अनेकों राज्यों में कोविड-19 की स्थिति में सुधार होने के बावजूद अनेकों विमान सेवाएं गाया हवाई अड्डे से पुनः शुरू नहीं हो पाई है गया से दिल्ली, बेंगलुरु एवं वाराणसी के लिए सीधी उड़ान सेवाएं थी जो वर्तमान में स्थगित है ऐसे में यात्रियों की काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। श्री सिंह ने कहा कि आने वाले त्यौहार दसहरा, दीपावली व छठ के समय हवाई सेवाओं की मांग बहुत बढ़ जाती है क्योंकि इन त्योहारों में स्थानीय लोगों की विशेष आस्था है। उन्होंने इस मामले में ज्योतिरादित्य सिंधिया से गया हवाई अड्डे की स्थगित सभी विमान को पुनः अभिलंब परिचालन शुरू करने एवं नए स्थानों पर हवाई सेवाएं प्रारंभ करने की अपील की है।
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