मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। ट्रैक्टर से दबकर पिता-पुत्र की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाने पहुंचे मृतक के स्वजनों ने विलंब होने पर आक्रोशित होकर सदर अस्पताल में जमकर बबाल किया और क्लर्क संजय सिंह को अस्पताल प्रबंधक समझकर जमकर पिटाई कर दी। घटना से मौके पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। इस घटना की जिला पार्षद शंकर यादव ने कड़ी निंदा की है।
दरअसल यह घटना उस वक्त हुआ जब फेसर थाना क्षेत्र के बघोई खुर्द गांव निवासी जगदीश सिंह एवं उनके पुत्र रौशन कुमार की मौत शनिवार की दोपहर फेसर थाना क्षेत्र के परसी गांव के समीप खुद की ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें ट्रैक्टर से दबकर पिता-पुत्र की मौत हो गई। जबकि इस घटना में एक अन्य 14 वर्षीय किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया जिसका इलाज करवाया जा रहा है।
शव का पोस्टमार्टम में बिलंब होने पर अक्रोशितों की मारपीट :
बताया जाता हैं कि इस घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। जहां पोस्टमार्टम में बिलंब होने पर मृतक के स्वजनों ने आक्रोशित होकर क्लर्क को अस्पताल प्रबंधक समझकर जमकर पिटाई कर दी। गौरतलब है कि हादसे की सूचना पाकर सांसद सुशील कुमार सिंह भी सदर अस्पताल पहुंचे हुए थे जिनके मौजूदगी में क्लर्क के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया।
इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिला पार्षद सह राजद वरीय नेता शंकर यादव ने कहा कि मृतक के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है। लेकिन सांसद की मौजूदगी में जिस तरह से क्लर्क की पिटाई की गई, यह कहीं से उचित नहीं है।
सांसद किस मंगलराज की बात करते हैं, जो खुद एक तरफ़ केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिटलर शाही व्यवस्था कायम हैं, जो हर रोज प्रजातांत्रिक व्यवस्थाओं का गला घोटा जा रहा है। लोगों को बोलने की आजादी को छीना जा रहा है। वहीं दूसरी सांसद सत्ता के अहंकार में क्लर्क की पिटाई करवा रहे हैं। जो घोर निंदनीय हैं। उन्होंने घटना की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं।