
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव में वज्रपात की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान उस गांव निवासी योगेंद्र यादव के पुत्र दीपक कुमार के रूप में हुई है। दरअसल, एक माह पहले युवक की शादी हुई थी। घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि दीपक अपने पिता योगेंद्र यादव के साथ बधार की ओर धान के बिचड़े की पटवन कर रहा था। दोनों पिता-पुत्र पाइप बिछाकर मोटर पंप के सहारे धान के बिचड़े की पटवन कर रहे थे, इसी दौरान अचानक तेज बारिश होने लगी। दीपक ने अपने पिता को घर जाने के लिए कहा, लेकिन उसके पिता घर नहीं गए और वहीं खड़े रहे। इसी क्रम में अचानक वज्रपात की घटना घटित हुई और दीपक की मौत हो गई। जबकि पिता बाल-बाल बच गए। बेटे को मूर्छित देख शोर मचाया। इसके बाद आसपास के लोग घटना स्थल की ओर दौड़े और आनन-फानन में दीपक को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे जहां के चिकित्सकों ने नब्ज टटोलते ही मृत घोषित कर दिया। इधर, घटना की सूचना पर अन्य परिजन भी सदर अस्पताल पहुंचे और दीपक को मृत पड़ा देख शव से लिपटकर चीत्कार उठे। पत्नी रूपा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों ने बताया कि दीपक घर का इकलौता चिराग था। एक वर्ष पूर्व ही उसके मां की मौत हुई थी। इसी वर्ष 19 मई को तिलक और 25 मई को दीपक का शादी संपन्न हुआ था। शादी संपन्न हुए मात्र एक महीने ही हुए की वज्रपात की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। इस घटना में घर का इकलौता चिराग बुझ गया। अब घर में उसकी सिर्फ छोटी बहन बच गई, वैसे दीपक ग्रेजुएशन का छात्र था. बड़ी बात है कि दीपक की पत्नी के हाथों की मेहंदी छूटने से पहले ही उसका सुहाग उजड़ गया। अस्पताल कर्मियों ने घटना की सूचना नगर थाना की पुलिस को सूचना दी। सूचना पर नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मृतक के शव को कब्जें में लेकर परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत पोस्टमार्टम कराकर सौंप दिया।
मुलताई में कुछ बैंक, कुछ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बिना पार्किंग के संचालित हो रहे हैं, तथा कुछ लोगों ने पार्किंग के लिए जगह बहुत कम दी है। जो वाहन पार्किंग के लिए पर्याप्त नहीं है। इससे ग्राहको को वाहन खड़े करने में बहुत परेशानी होती है। आखिर बिना पार्किंग के बैंक कैसे संचालित हो रहे हैं। ये तो नियमों का उल्लघंन हो रहा है। सड़क किनारे वाहन खड़े करने से यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है। कई बार दुर्घटना तक हो जाती है। सरकारी जमीन पर वाहन खड़े हो रहे हैं ।जबकि जिस भवन मे बैंक संचालित होती है उसकी स्वयं की पार्किंग होना जरूरी है। मुलताई में संचालित सभी बैंकों की पार्किंग व्यवस्था की जांच होना चाहिए।
कुछ बेसमेंट बिना अनुमति के बने हैं। कुछ व्यावसायिक भवनों के नक्शे बिना पार्किंग दिए पास हुए हैं। कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर पक्का अतिक्रमण कर लिया है। जांच होना चाहिए।
रवि खवसे, मुलताई (मध्यप्रदेश)