हादसा

सिपाही भर्ती का परिक्षा देने जा रहे बाइक सवार अभ्यर्थी के चाची की मौत , पति की मुठभेड़ में पहले हो चुकी है मौत

मगध हेडलाइंस। सड़क दुर्घटना में एक 54 वर्षीय महिला की दर्दनाक मौके पर मौत हो गई। मामला औरंगाबाद ज़िले के जम्होर थाना क्षेत्र के चित्रगोपी मोड़ के समीप की हैं, जहां अज्ञात वाहन की चपेट में आने से बाइक सवार महिला हादसे की शिकार हो गई। इस दौरान उसका भतीजा घायल हो गया। फ़िलहाल वह इलाजरत हैं। मृतका की पहचान रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के जोनही गांव निवासी स्व. कृष्णा सिंह की पत्नी मीना देवी के रूप में हुई है। घटना में घायल भतीजा प्रिंस कुमार हैं। घटना बुधवार के सुबह की है। वैसे मृतका का मायका झारखंड के सुल्तानी में है। सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने बताया कि मीना देवी अपने भतीजे प्रिंस के साथ औरंगाबाद जा रही थी। शहर के गेट स्कूल में प्रिंस का बिहार पुलिस का परीक्षा था। प्रिंस के साथ वह औरंगाबाद आयी और यहां से उसे बस पकड़कर मायके जाना था, जैसे ही चित्रगोपी मोड़ के समीप पहुंची तभी अज्ञात वाहन ने बाइक को रौंदते हुए निकल गया। घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। स्थानीय लोगों ने ऑटो के माध्यम से दोनों को आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां के डॉक्टरों ने मीणा को मृत घोषित कर दिया और घायल प्रिंस का उपचार किया। प्रिंस ने अपने फोन से घटना की सूचना परिजनों को दी। सूचना पर आनन-फानन में परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और शव से लिपटकर चीत्कार उठे। परिजनों की चीत्कार से सदर अस्पताल का कोना-कोना दहल उठा। अस्पताल कर्मियों ने घटना की सूचना नगर थाना की पुलिस को दी। सूचना पर दारोगा चंदन कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और परिजनों से जरूरी पूछताछ के उपरांत शव का पोस्टमार्टम कराकर सौंप दिया।

10 साल पहले मुठभेड़ में बिहार पुलिस पति की हो चुकी है मौत : पोस्टमार्टम कराने पहुंचे परिजनों ने बताया कि मृतका मीना के पति बिहार पुलिस में थे। 10 वर्ष पूर्व डयूटी के दौरान मुठभेड़ में उनकी मौत हो गयी थी। उस समय बच्चें भी छोटे-छोटे थे। पति के मौत के बाद मीना ने ही घर की जिम्मेदारी संभाली, वैसे मृतका के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा संजय सिंह आर्मी में हैं और छोटा बेटा राजकुमार सिंह अपने मामा के घर सुल्तानी में रहकर बिजनेस करता है। छोटा बेटा राजकुमार ने बताया कि जिस समय पिता की डयूटी के दौरान मुठभेड़ में मौत हुई थी। उस समय दोनों भाई छोटे-छोटे थे। किसी तरह मां ने बच्चों का परवरिश किया। मां की मौत के बाद दोनों भाई बेसहारा हो गए। हंसता-खेलता घर में अब सन्नाटा पसर गया। इधर गांव और मायकेवालों को जब दुर्घटना की खबर मिली तो गांव में मातम पसर गया। परिजनों ने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजे की मांग की है।

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