– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के बटाने और बतरे नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से प्रभावित इलाके में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है। बटाने और बतरे नदी के किनारे बसे गांव जलमग्न हैं। वहीं अंबा के सोनार मोहल्ला एवं पासवान मोहल्ला में पानी भर गया है। बटाने नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने के कारण बिराज बिगहा गांव में नदी के किनारे बसे महादलित समुदाय के दर्जनों लोगों के घर डूब गए। पीड़िता पार्वती देवी ने बताया कि उनके पास न खाने के लिए अनाज बचा और न ही आसरा। बर्तन, कपड़ा और घर के जरूरी समान सहित मवेशी भी बह गए। पीड़ितों ने बताया कि कुछ लोगों ने पास के गांव में शरण ली है वहीं कुछ लोग नदी किनारे रात गुजारने को मजबूर हैं। इस घटना के 36 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी कोई प्रशासनिक मदद नहीं की गई है। ये लोग भगवान के भरोसे नदी किनारे बैठकर पानी के कम होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि आने वाले समय में नदियों का जलस्तर कम होने की संभावना है। परंतु इस बाढ़ ने मुखु भुईयां, चरित्र भुईयां, जयराम भुईयां, मुकेश भुईयां, नरेश भुईयां, साधु भुईया, हरे राम भुईयां, सेवक भुईयां, बसंत भुईयां, सुबोध भुईयां, रंजय भुईयां, रामनाथ भुईयां, जोगी भुईयां, अजय भुईयां और अर्जुन भुईयां का घर निगल लिया। अंचल अधिकारी चंद्र प्रकाश ने बताया कि पीड़ितों से आवेदन मांगा गया है। जांचोपरांत आपदा राहत कोष से उन्हें राहत सामग्री मुहैया कराई जाएगी।