औरंगाबाद। उत्तर कोयल सिंचाई परियोजना को लेकर औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने लोकसभा में सवाल उठाया है। श्री सिंह ने कहा कि यह एक अंतर्राज्यीय सिंचाई परियोजना हैं। यह परियोजना आज से लगभग 45 वर्ष पूर्व शुरू हुई थी जबकि अब तक अधुरा हैं। इस परियोजना से बिहार व झारखंड प्रदेश के औरंगाबाद – गया तथा पलामू जिले के 1.25 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित होती हैं। इस परियोजना के अधूरे कार्य को पूरा करने का शिलान्यास 4 जनवरी वर्ष 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था जिसमें 30 महीने इस कार्य को पूरा करने के लिए समय निर्धारित किया गया था। हालांकि कार्य प्रगति पर है। लेकिन जिस गति से कार्य होना चाहिएं वह नहीं हो पा रहा है।
श्री सिंह ने कहा कि यह परियोजना हमारे संसदीय क्षेत्र की जीवन रेखा है। किसानों का जीने का आधार हैं। यह जिन तीनों जिलों में पड़ता है वह उग्रवाद से प्रभावित हैं। प्रधानमंत्री ने बिहार के औरंगाबाद- गया तथा झारखंड के पलामू को एस्पिरेशनल जिलों की सूची में रखा हैं। यहां के लोगों को हर प्रकार की हक व अधिकार है। यह परियोजना को पूर्ण कराने का ताकि हमारे किसानों के खेतों में उत्तर कोयल नहर का पानी पहुंच सके। इससे यहां के किसानों की ना सिर्फ अर्थव्यवस्था में सुधार होगी बल्कि इस इलाके में बेरोजगारी की समस्या भी दूर होंगी। वहीं नक्सल की समस्या भी खत्म होंगी और किसान खुशहाल होंगे। यह पांच संसदीय क्षेत्रों की परियोजना आकांक्षित करती है। श्री सिंह ने अंत में आग्रह पूर्वक कहा है कि इस परियोजना को समय रहते पूर्ण कराये जाएं ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सके।