औरंगाबाद। कृषि का युवा उधमी पुरस्कार उत्कर्ष जैविक कृषि संस्थान के निदेशक मनीष कुमार को प्रदान किया गया हैं। वहीं प्रगतिशील कृषक विकास सेवा संस्थान, हैदराबाद के द्वारा रांची में तीन दिवसीय अंतरास्ट्रीय थर्ड कार्यशाला का आयोजन खाद्य, कृषि एवं नवाचार विषय पर दिनांक 24 से 26 दिसंबर 2021 को किया गया था। इस कार्यशाला में विभिन्न कृषि संस्थाओं के द्वारा कृषि के क्षेत्र में की जा रही नई तकनीकी, सूक्ष्म सिचाई, पद्धति, एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, पौध रोग संरक्षण, खेती में उपयोग होने वाले मशीनीकरण, फसल चक्र, गुणवत्ता युक्त बीज उत्पादन, जैविक खेती, आदि विषय के विशेषज्ञों के द्वारा प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया गया जिससे विभिन्न कृषि संस्थान से आए हुए युवा उधमी अपने क्षेत्र में इस तकनिकी से किसानो को जागरूक करेंगे जिससे किसानो के उत्पादन के गुणवत्ता में सूधार होगा एवं उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी भी होगा। मनीष कुमार कृषि से ही स्नातक की पढ़ाई करने के बाद उत्कर्ष जैविक कृषि संस्थान की स्थापना 21 जुलाई 2018 की शंकरपुर, ओबरा में किया। मुझे इस कार्य को प्रारम्भ करते समय तकनिकी जानकारी कृषि विज्ञानं केन्द्र, सिरिस के वरीय वैज्ञानिक डॉ नित्यानंद, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान सर से हर समय प्राप्त हुआ जिससे हमें इस कार्य में सफलता प्राप्त हुआ। साथ ही कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे के द्वारा जारी कृषि मौसम सलाह से हर समय मौसम के अनुसार खेती के लिए बहुत ही सही जानकारी मिलता हैं। किसानो को अधिक से अधिक संख्या में मौसम ग्रुप से जुड़ कर लाभ लेने के लिए सुझाव दे रहा हु। जीतेन्द्र, सहायक निदेशक, उधान औरंगाबाद से स्ट्राबेरी, मोरिंगा, सेव अदि की तकनिकी जानकारी मिला। डॉ शिवनाथ, पान अनुशंधान केंद्र, इस्लामपुर, नालंदा से मुझे औषधीय एवं सुगन्धित पौधों की खेती की तकनिकी जानकारी मिला जिससे में इस क्षेत्र में सफल हुआ। हमारे संस्थान के द्वारा औरंगाबाद जिला में औषधीय एवं सुगन्धित पौधों की खेती, मोरिंगा की खेती, पान एवं जैविक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण दे कर जागरूक कर रहा हूं एवं उनसे इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा हूं।
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