– डी के यादव
औरंगाबाद। नीति आयोग के द्वारा जारी विकास सम्बन्धी सूचकांक के बाद बिहार के 13 जिलों को आकांक्षी जिला घोषित किया गया है। इन जिलों के छह क्षेत्रों जिनमें शिक्षा और स्वास्थ्य तथा पोषण पर विशेष ध्यान देने की अनुशंसा आयोग द्वारा की गयी है जिसे लेकर निदेशक राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद पटना के निदेश में विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला साधन सेवियों का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिनांक 6 दिसंबर 2021 से राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान, शेखपुरा (पटना) में शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम के राज्य स्तरीय योग्य प्रशिक्षक महोदय प्रो. डॉ विजय कुमार (विशेषज्ञ-व्यवहार एवं मनोविज्ञान, राज्य स्वास्थ्य समिति), प्रो० विभा (व्याख्याता- एस सी ई आर टी) के साथ अल्पन कुमार सिन्हा (विशेषज्ञ- किशोरावस्था & युवा कार्यक्रम) के असीम गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण के द्वारा विभिन्न जिलों से आये नामित प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विद्यालयी बच्चों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु स्वस्थ वातावरण की अनिवार्यता होती है। औरंगाबाद जिले के लिए हर्ष का विषय है कि उनके जिले को भी आकांक्षी जिला में चुना गया है जिससे की इस क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास हो सके। यहां से नोडल तीन शिक्षक प्रतिभागी जिनमें अभय कुमार (रफीगंज), शशिधर उज्जवल व रामबाबू (बारुण) प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। बातचीत के दौरान शिक्षक और समाजसेवी अभय कुमार ने बताया कि इससे जिले के शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार होंगे।