मिथिलेश कुमार
औरंगाबाद। जवाहर नवोदय विद्यालय बारुण में पूर्ववर्ती छात्र- छात्राओं का मिलन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य रविंद्र कुमार सिंह एवं पुर्ववर्ती छात्रों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस दौरान प्राचार्य ने नवोदय विद्यालय की उपलब्धियों को गिनाते हुए पूर्ववर्ती छात्रों से वर्तमान छात्रों के मार्गदर्शन तथा विद्यालय के हित में अपेक्षित योगदान की अपील की।
जवाहर नवोदय विद्यालय एक ऐसा संस्थान जहां से तराशी हुई प्रतिभाएं सशक्त भारत के निर्माण मे अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि यह विद्यालय के लिए गौरव का पल है। पुर्ववर्ती छात्र एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पुष्पेंद्र ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि ज्ञानार्जन के लिए गुरुजनों के पीछे भागना पड़ता है। ऐसा करने से ही गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सचिव अनिल कुमार ने कहा कि छात्र अनुशासन में रहकर ही उच्च पद पर आसीन हो सकते हैं।
पूर्ववर्ती छात्र सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि नवोदय विद्यालय की स्थापना भारतीय इतिहास में क्रांति के समान है। संस्कार विद्या निकेतन दाउदनगर के सीईओ आनंद प्रकाश ने विद्यार्थियों से कहा कि आपको गर्व होना चाहिए कि आप देश के उत्कृष्ट विद्यालय में अध्ययन कर रहे हैं। पूर्ववर्ती छात्रों के संबोधन के बाद विद्यार्थियों के द्वारा संगीत, लघु नाटिका जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। पुरवर्ती छात्रों ने विद्यालय परिसर का भ्रमण करते हुए वर्तमान विद्यार्थियों से विद्यालय से जुड़ी यादें साझा की और कैरियर संबंधित महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
पूर्ववर्ती छात्रों एवं वर्तमान छात्रों के बीच फ्रेंडली प्रतियोगिता खेली गई और इवनिंग असेंबली के दौरान पुर्ववर्ती छात्रों के द्वारा शिक्षकों एवं कर्मियों को उपहार दिया गया। शिक्षण के दौरान बिताए सात वर्षों को एक दिन में जीने का प्रयास करते हुए पुर्ववर्ती छात्र बुझे मन से विदा हुए। अपने आप को नवोदयंस कहने वाले छात्रों में वर्षों बाद भी नवोदय जीवित है।