यहां दवा दुकानदारों की हैं अवैध कमाई, सब इशारों में होता है मामला सेट
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद में करोड़ों खर्च किए जाते हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर मरिजों को रेफर या अन्य प्रकार के प्रबंधन द्वारा बहाने सुनने को मिलते हैं जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं की एक टीम सोमवार को डीएम सौरभ जोरवाल से मुलाकात की है। इस दौरान नेताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुये कहा कि अस्पताल प्रबंधन की मनमानी के कारण आएं दिन मरीजों को कई समस्याएं उठानी पड़ती है। जो सुविधाएं सहज उपलब्ध करायी जा सकती है। वह जरूरतमंदों को नहीं मिलती है, लिहाजा उन्हें इलाज़ के लिए प्राइवेट अस्पतालों में मोटी रकम चुकानी पड़ती है। स्थिति यह है कि अस्पताल प्रबंधन का लाख विरोध व शिकायत के बावजूद सुधार नहीं हो रहा है। वहीं अस्पताल में चिकित्सक ड्यूटी रोस्टर का पालन नहीं कर रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन भले खुद को लाचार कहे लेकिन सबकुछ उनकी मर्जी और मैनेज सिस्टम से होता है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
सल्लू खान ने कहा कि सदर अस्पताल औरंगाबाद को बिहार का मॉडल अस्पताल का दर्जा प्राप्त है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर केवल हवा हवाई बातें हैं। इलाज की जगह मरीजों को रेफर के नाम पर पुर्जा थमा दिया जाता है। वहीं यहां इलाज़ के लिए आए मरीजों के परिजनों को स्ट्रेचर मैन का दर्शन दुर्लभ रहता हैं। यहीं नहीं बल्कि समय पर यहां ना तो डॉक्टर मिलते हैं और ना ही दवाइयां मिलती है।
कहा कि अस्पताल अधिकारी की मानें तो यहां चिकित्सकों का स्वीकृत पद 57 हैं। वहीं नियुक्ति 53 चिकित्सकों की हैं जबकि वहीं इसके ठीक विपरित कार्यरत केवन 17 हैं। ऐसे में सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि अस्पताल प्रबंधन का क्या मैनेजमेंट हैं।
कहा कि यहां दवा दुकानदारों को अवैध कमाई का जरिया बन गया है। डॉक्टरों व दुकानदारों में मजबूत सांठगांठ है। गांव-देहात से इलाज़ के लिए आने वाले गरिब-मजदूरों का यहां जमकर लुटा जाता है, यहां सब इशारों में मामला सेट होता है। यहां से दलालों को कमीशन जाता है। यहीं नहीं दवा देने के नाम पर मरिजों से मोटी रकम वसूली जाती है और वह दवा पुनः दुकान में वापस आ जाता है। अर्थात यहां दलालों व चिकित्सा माफिया का आंतक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कार्यवाई की आवश्यता है।
इस मौके पर मो. जुल्फेंकार, प्रकाश कुमार, मुन्ना कुमार, छोटू कुमार, सुरेंद्र कुमार, गोपाल कुमार, सुनील कुमार एल, मो. राशिद, मो. रईस, राहुल कुमार, अभिषेक कुमार समेत अन्य मौजूद रहें।