– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: अंबा (औरंगाबाद) : सरकार द्वारा शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं विभागीय उदासीनता के कारण सैकड़ों नौनिहाल नाले के पानी से जलमग्न विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र ने पढ़ने को मजबूर हैं। एक तरफ नाले के पानी से उठती दुर्गंध से बच्चों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर नाली के पानी में डूबने की आशंका बनी हुई है। यह मामला कुटुंबा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत महाराजगंज के चार नंबर वार्ड स्थित मानिक राज अपर विद्यालय की है। मामले की जानकारी देते हुए पंचायत समिति सदस्य रंजीत प्रसाद ने बताया कि महाराजगंज गांव के हजारों घर के नाली के निकास की समुचित व्यवस्था नहीं है जिसके कारण गांव की गली में नाली का पानी भरा रहता है। गांव में कई जगहों पर वर्षों से नाले के पानी का जलजमाव होने से दलदल जैसी स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि उस दलदल में डूबने से गांव के तीन बच्चों की मौत हो गई है। नाले का पानी गांव से बाहर निकल कर विद्यालय के चारों तरफ जमा होता है। उक्त भवन में महाराजगंज के वार्ड संख्या 4,5 एवं 6 के तीन आंगनबाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक विद्यालय सिमरी का संचालन किया जाता है।
भयावह जलजमाव के करण आंगनबाड़ी सेविकाओं ने दिया इस्तीफा – महाराजगंज पंचायत के चार नंबर वार्ड की आंगनबाड़ी सेविका एवं छह नंबर वार्ड के आंगनबाड़ी सहायिका पिंकी कुमारी ने बताया कि भयावह जलजमाव के कारण अभिभावक अपने बच्चों को केंद्र में भेजने से मना कर देते है। वार्ड नंबर 5 की आंगनबाड़ी सेविका ने इस्तीफा दे दिया है जिसके कारण केंद्र का संचालन बंद है। प्राथमिक विद्यालय सिमरी की प्रभारी प्रधानाध्यापिका कुमारी निर्मला ने बताया कि भूमि नहीं होने के कारण प्राथमिक विद्यालय सिमरी का भवन नहीं बना है। इसलिए मध्य विद्यालय महाराजगंज से टैग कर विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय में अभी तक बिजली का कनेक्शन नहीं किया गया है। चापाकल खराब होने के कारण बच्चों को पीने का पानी भी नहीं मिल पाता है।
शाम होते ही स्कूल बन जाता है जुआरियों का अड्डा –
वार्ड सदस्य के पुत्र धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शाम होते ही स्कूल जुआरियों का अड्डा बन जाता है। घेराबंदी ना होने के कारण जुआरी विद्यालय की छत पर जमा होकर जुआ खेलते हैं और नशा करते हैं। विद्यालय के छत पर शराब की टुटी बोतल, ग्लास, सिगरेट के खाली पैकेट आदि चीजें बिखरी हुई है। उसने बताया कि अधिकारियों के पास कई बार शिकायत भी की गई है परंतु ठोस कदम नहीं उठाया गया।