– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: अम्बा (औरंगाबाद)। ब्रह्मकुमारी की पहली मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती का 58वां स्मृति दिवस ब्रह्माकुमारीज गीता पाठशाला की अम्बा शाखा में शनिवार को मनाया गया। शाखा की संचालिका बेबी दीदी ने बताया कि मातेश्वरी ने रुद्र गीता ज्ञान यज्ञ को सुचारू रूप से संचालित किया और पूरे भारतवर्ष में संस्था की स्थापना की नीव बनीं। उन्होंने संस्था के भाई-बहनों का स्नेह से पालन किया इसलिए यज्ञ वत्स उन्हें मम्मा कह पुकारते थे। उनका जीवन स्वच्छ, निर्मल एवं पावन था। उनकी दृष्टि मात्र से भक्तो का चित शांत हो जाता था। मम्मा का संपूर्ण जीवन दर्पण की तरह पारदर्शी, स्वच्छ, निर्मल रहा।
हमें भी उनकी पद चिन्हों पर चल परमात्मा शिव को अपनाना चाहिए। इससे जीवन में सुख, शांति की असीम अनुभूति होती है। वर्तमान समय दुःख, अशांति,भय का चल रहा है। ऐसे समय में परमात्मा को हृदय में बसाने, मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है। हमें रोजाना मेडिटेशन का अभ्यास करना चाहिए। ब्रह्माकुमारीज अम्बा सेवा केंद्र पर सुबह छह बजे से शाम छः बजे तक निशुल्क मेडिटेशन सीखने के लिए अवश्य पधारें। कार्यक्रम में भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रवीण कुमार, शिक्षक विनय भाई ,सुनील भाई, अवधेश भाई, रंजीत भाई, दामोदर भाई समेत संस्था के अन्य भाई-बहनें मौजूद रहीं।