(राम विनय सिंह)
मगध हेडलाइंस: गोह (औरंगाबाद) गोह प्रखंड के तेयाप पंचायत में क्षेत्र में अचानक आए नहरों में पानी ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। जगह-जगह से नहर की पटरी टूटी थी। इससे किसानों की सैकड़ों बीघे की फसलें जलमग्न हो गईं। मलहद कैनाल से निकली लोदीपुर माइनर में अचानक पानी आने से एड़री व परासी किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गयी।
नाकाम रही किसानों की कोशिश :
पूरे क्षेत्र में अचानक जलभराव हो जाने से किसानों में अफरा-तफरी मच गई। लोग रात में ही खेतों की तरफ भागे। नहर को बांधने की बहुत कोशिश किए। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। एक जगह नहर बांधी जा रही थी तो दूसरी जगह ओवरफ्लो होकर टूट जा रही थी।
नहर की सफाई नहीं होने से हुई यह परेशानी :
आक्रोशित महिला किसान मालती देवी, गीता देवी, कुसुम देवी व किसान सहेंद्र यादव, टुनटून पासवान, विष्णु दयाल पासवान, कन्हाई साव, श्री निवास मिस्त्री, रविंद्र यादव, महेंद्र यादव, धर्मजीत कुमार, लालदेव यादव, गनोरी यादव सहित सैकड़ों किसानों का कहना है कि जब खेत की सिंचाई करने का समय आता है तो विभाग द्वारा पानी नही दिया जाता है और अब पानी की जरूरत नही है तो अचानक इस नहर में पानी आ गया। नहर की साफ-सफाई व मरम्मत कार्य ठीक तरीके से नहीं हुआ था। नतीजा यह रहा कि सारा पानी खेतों में ही भर गया। मेरा कई एकड़ खेत नहर के पानी में डूब गया है। अगर नहर की साफ-सफाई ठीक तरह से हुई होती है तो हम लोगों की फसल नुकसान होने से बच जाता।
किसानों ने यह भी बताया कि हम लोग किसी तरह पंपसेट से सिंचाई करके गेहूं की फसल तैयार किए थे। अचानक नहर में पानी आ गया और देखते ही देखते हम लोग की सारी गेहूं की फसल व रबी की फसल पानी में डूब गई। अगर ठेकेदार द्वारा ठीक तरह से नहर की सफाई व मरम्मत कार्य कराया गया होता तो निश्चित रूप से नहरों के किनारे स्थित खेतों की फसलों को इतना नुकसान नहीं हुआ होता। नहर के पानी से सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल व रबी की फसल जलमग्न हो गई।