
डॉ ओमप्रकाश कुमार
ओबरा (औरंगाबाद) ओबरा विधायक ऋषि कुमार ने कहा है कि दाऊदनगर-नासरीगंज सोन पुल के लिये संपर्क पथ निर्माण के लिये वैसे व्यक्तियों की भी जमीन ले ली गयी जिनके लिये कोई अधिसूचना जारी नहीं हुई थी। कुछ लोगों को विकासशील का मुआवजा मिला, कुछ लोगों को धनहर का मुआवजा मिला। जबकि सरकार जमीन खरीदने पर एमबीआर में आवासीय बताती है। दोहरा रवैया सरकार का है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने बिहार विधानसभा में आवाज उठाया है। यदि सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर वह सड़क पर संघर्ष करेंगे। 15 दिसंबर के बाद ग गांव स्तर पर आम जनता को गोलबंद कर भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष की शुरुआत करेंगे। ओबरा प्रखंड मुख्यालय स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में ओबरा विधायक ने कहा कि जनांदोलन की ताकत को सरकार ने समझ लिया है जिसका जीता जागता उदाहरण किसान आंदोलन है। उन्होंने कहा कि दाउदनगर एमओ और ओबरा बीडीओ के खिलाफ उन्होंने विधानसभा में सवाल उठाया। एक तो सरकार जांच के लिये तैयार नहीं होती है। जब जांच होती है तो उस पर कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि 2021-22 वित्तीय वर्ष में विधायक निधि आनी थी लेकिन कोविड-19 प्रोटो कॉल के तहत सभी विधायकों का दो-दो करोड़ रुपए ले लिया गया। सवाल यह उठता है कि जो पैसे लिये गये क्या उस राशि का उपयोग ओबरा विधानसभा क्षेत्र में होगा या हुआ है, इसका कोई लेखा-जोखा नहीं है। विधायक निधि में पैसा न होने से क्षेत्रीय विकास बाधित हो रहा है। दाउदनगर राजद प्रखंड अध्यक्ष देवेंद्र कुमार सिंह, राजद नगर अध्यक्ष मुन्ना अजीज, छात्र राजद प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार, अमरेश कुमार, आशुतोष कुमार प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।