विधिक कार्यो एवं दायित्वों में होगी बढ़ोतरी: जिला जज
औरंगाबाद। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में 02 अक्टूबर 2021 को गांधी जयंती के अवसर पर शुरू किये गये अमृत महोत्सव के अंतर्गत रविवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बी०के० पाठक, डी० के० प्रधान तथा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार प्रणव शंकर, प्रभारी मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से नगर भवन में किया गया। इस अवसर पर जिले से आये लोगों से नगर भवन खचाखच भरा हुआ था। दीप प्रज्जवलन के बाद दानिका सांस्कृतिक संस्थान के नेतृत्व में उनके कलाकारों द्वारा सर्वप्रथम स्वागत गान से किया गया। जो श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद इन्हीं के संस्थान के छात्राओं द्वारा देशभक्ति गान किया गया जो काफी शानदार रहा। इसके बाद मंच पर उपस्थित सभी न्यायिक पदाधिकारियों एवं आगांतुको का स्वागत भाषण पैनल अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार द्वारा किया गया। वहीं प्रेमेन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा इस कार्यक्रम से संबंधित मंच का संचालन किया गया तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा अमृत महोत्सव के तहत इस 42 दिवसीय कार्यक्रम को विस्तार से बताया गया। सभी न्यायिक पदाधिकारियों ने प्राधिकार के उद्देश्यो पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। अपने अध्यक्षीय भाषण में जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार तिवारी ने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षको एवं अभिभावकों पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि अगर बच्चे सफल होते हैं तो उनके शिक्षक एवं माता-पिता उसके यश के भागी होते हैं, उसी प्रकार अगर बच्चे असफल होते हैं तो, उसकी भी जिम्मेवारी शिक्षकों एवं अभिभावकों की होती है।
उन्होंने बच्चों से यह भी अपील किया कि किसी भी परिस्थिति में आप विद्यालय जायें और आपके पास किताब कॉपी नहीं है तो शिक्षा विभाग उसे उपलब्ध करायेगा। वहीं इस संबंध में जिला विधिक सेवा प्राधिकार भी अपने स्तर से पहल करेगा। अमृत महोत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रमों में किन्नरों की भी महती भूमिका रही जिसके लिए उन्हें जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने स्वयं मंच पर बुलाकर उनके सराहनीय एवं सक्रिय योगदान के लिए प्रमाण-पत्र का वितरण किया गया जिस पर वे लोग काफी भावुक रही तथा अपने को इस तरह से सम्मान पाने की खुशी उनके चेहरे से देखी गयी। प्राधिकार द्वारा अमृत महोत्सव के तहत कई विविध सामाजिक, शैक्षणिक कार्यक्रमों को भी आयोजित कराया गया था जिसके अन्तर्गत जिले के विभिन्न स्कूलों के छात्र, छात्राओं द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था। निर्णाणायक मण्डल के सदस्यों द्वारा उत्कृष्ट पेंटिंग का चुनाव करने के बाद विजेताओं को पुरस्कार का वितरण जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में पैनल अधिवक्ताओं, पारा विधिक स्वयं सेवकों, विधि के छात्र छात्राओं की सक्रिय सहभागिता को सराहा गया। दनिका संगीत महाविद्यालय के डॉ रविन्द्र कुमार के नेतृत्व सृपित लक्ष्मी, रौशनी सिंह, अंजली, शिवांगी सिंह वेदप्रकाश, राघवेन्द्र सिंह के टीम ने स्वागत गीत, लोक अदालत आधारित गीत ने कार्यक्रम को चार चांद लगा दिया। विद्यालय से संबंधित सभी कार्यक्रमों के आयोजन में जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह का सहयोग सराहनीय रहा है। तथा कार्यक्रम के रूप-रेखा अनुसार सफल आयोजन में कार्यक्रम संयोजन निरंजय कुमार की महती भूमिका रही।