
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। शहर की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली अदरी नदी को प्रदूषित होने से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। आज अदरी नदी बचाओं आंदोलन के तत्वधान में शहर के एमजी रोड स्थित एक निजी होटल में प्रेस-वार्ता आयोजित की गई जिसमें प्रगति यात्रा के तहत मंगलवार को औरंगाबाद पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद ज्ञापित किया। दरअसल, प्रगति यात्रा के दौरान मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पार्क में अदरी नदी पर प्रस्तावित रिवर फ्रंट निर्माण कार्य का घोषणा किया गया हैं। गौरतलब है कि 1500 मीटर लंबाई में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कार्य होगा। अदरी नदी औरंगाबाद शहर के बीच से गुजरती है, जो पुनपुन नदी की एक सहायक नदी है। इसका उद्गम स्थल देव प्रखंड के अदरी गांव से माना जाता है। यह नदी धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत महत्व रखती है, इस नदी के किनारे दूर-दराज एवं आस-पास के लोगों द्वारा छठ महापर्व मनाया जाता है। शहर के बीचों-बीच से गुजरने के कारण यह पर्यटन एवं शहरी सौंदर्य के दृष्टिकोण से भी बहुत महत्व रखती है। अतः इस योजना में अदरी नदी के सौंदर्यीकरण एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट का कार्य प्रस्तावित है। इस अवसर पर अदरी नदी बचाओं आंदोलन के संयोजक अनिल कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट किया हैं। श्री सिंह ने कहा कि इसके निर्माण कार्य में गुणवत्ता का खास ख्याल रखा जाए। शहर के छोटे-छोटे निकासी नालियों को इस नाले में जोड़ते हुए गंदे पानी को शहर से बाहर नदी में जोड़ा जाए ताकि शहर में नदी प्रदूषित न हो सके तथा प्राकृतिक रुप से उक्त नाले का पानी (सेल्फ प्यूरीफिकेशन) साफ हो सके। इससे अदरी नदी प्रदूषित होने से बचेगी। उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट बनने से शहर के लोगों को प्रकृति के बीच समय बिताने का अच्छा स्थान मिलेगा। इससे नदी के पानी निर्मल-स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त होगा। रिवर फ्रंट के जरिए शहर के विभिन्न इलाकों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस मौके पर पूर्व प्रधानाचार्य कालिका सिंह, सुमन अग्रवाल, सुनीता सिंह, दीपक कुमार सिंह, रघुनाथ राम, श्रीराम पांडे, जुलैखा खातून, विकास कुमार उर्फ बारूद सहित अन्य मौजूद रहे।







