लोकतंत्र में जनता मालिक, प्रतिनिधि सेवक : यादवेन्दू
परिणाम चाहे जो भी हो राजनीतिक चुनौतियों से नहीं डरते हैं यादवेन्दू
औरंगाबाद। सामाजिक व राजनीति कार्यो से पहचान रखने वाले निवर्तमान जिला पार्षद शंकर यादवेन्दू पंचायत चुनाव के सातवें चरण में मदनपुर प्रखंड से क्षेत्र संख्या 11 के उम्मीदवार हैं। जो इन दिनों चुनावी सुर्खियों में है। बताया जाता है कि क्षेत्र की जनता उनके साथ पुरी समर्पण भाव से खड़ी है।
इसे चाहे उनके निष्पक्ष कार्य का प्रतिफल कहा जाएं या फिर गांव की सरकार बदलने में जनता का जूनून कहा जाएं। जन संपर्क के दौरान उन्हें हर वर्ग समुदाय का सर्मथन प्राप्त हो रहा है। ऐसा प्रतित होता है जैसे जनता अब केवल जीत का स्वागत करने के लिए तैयार खड़ी हैं। यादवेन्दू ने कहा कि हम राजनीतिक चुनौतियों से नहीं डरते हैं। परिणाम चाहे जो भी हो। लोकतंत्र में जनता मालिक होता है और जनप्रतिनिधि सेवक। सेवक पर लगाम लगाने की जवाबदेही मालिक की होती है। मैने जीवन में किसी की उपेक्षा नहीं की।
हमेशा सेवा धर्म का पालन किया है। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिली उसे निष्ठा पूर्वक शत प्रतिशत निर्वहन किया हैं। हमने शुरुआत से समतामूलक समाज की कल्पना की हैं। जहां सभ्य और एक ऐसे समाज का निर्माण हो जिनमें सभी गरीब, वंचित, शोषित एवं जरूरतमंदों को समान अधिकार प्राप्त हों, प्रत्येक व्यक्ति के बीच किसी प्रकार का भेदभाव न हो। इसके लिए संघर्ष करता रहूंगा। जनता से वादा नहीं, विकास करूंगा। जनता के उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए यथासंभव प्रयास करूंगा। जनता की सुविधा एवं क्षेत्र का विकास हमारी पहली प्राथमिकता है।