
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। देसी बंदूक के साथ सोशल मीडिया पर वायरल एक युवक का प्रतिक्रिया आया है जिसमें विडिओ जारी कर उसने बताया कि यह सब उसके विरोधियों की साज़िश है। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल विडियो में दिख रहा बंदूक असली नही बल्कि नाटक और रियाज़ करने वाला हैं। लेकिन विरोधी मानसिकता के लोग पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर उसे असली बंदूक साबित करने पर तुले हुऐ हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडिओ की सच्चाई कुछ और है। उसने बताया कि जैसे पता चला की मामले में पुलिस घर पर आई तो हमने अपने परिजनों को कह कर वह नकली बंदूक पुलिस को सुपुर्द करवा दिया। लेकिन इसके बावजूद हम चारों की छवी ख़राब करने की कोशिश की गई और साजिश के तहत फसाया जा रहा है। उसने पुलिस अधीक्षक से मामले में निष्पक्ष जांच-पड़ताल की मांग की हैं। उसने बताया कि मैं पुलिस प्रशासन को पूरी तरह सहयोग करने के लिए तत्पर हूं। मामले में चार युवकों के खिलाफ़ मामला दर्ज – दरअसल दो अवैध देसी बंदूक के साथ मस्ती करते हुऐ चार युवकों का विडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हों रहा है। मामला फेसर थाना क्षेत्र के फेसरा गांव की हैं जिसमें पुलिस ने उस गांव निवासी पवन कुमार, अनुराग यादव, जय प्रकाश यादव एवं नितिन कुमार को नामजद आरोपी बनाया है जिसमें पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान में कर रही हैं। मामले में अपर थानाध्यक्ष अफ़रोज़ खान ने बताया कि हर बिंदु पर जांच पड़ताल की जा रही हैं।