
औरंगाबाद। अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अवसर पर ज़िले में आग से बचाव हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमें मुख्य रूप से सदर अस्पताल औरंगाबाद में शॉर्ट सर्किट से आग लगने वाले खतरे को चिन्हित किया गया तथा जिला अग्निशमन एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण औरंगाबाद के संयुक्त तत्वाधान में अस्पताल के सभी वार्डों के साथ ऑक्सीजन प्लांट का भी फायर ऑडिट किया गया। अस्पताल में लगे फायर स्टिंग्विशर को भी आग लगाने ऑपरेट करने हेतु नर्शिंग स्टाफ को डेमो दिया गया जिससे आपात स्थिति में आग पर काबू पाया जा सके। तथा साथ ही हिट स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्तियों के लिए बने आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया गया। इसके अलावा आपदा के जिला सलाहकार मणिकांत द्वारा यह बताया गया कि यदि किसी भी फायर इंस्टीग्विशर की सुई लाल पर हैं तो वह खत्म हो गया और यदि हरे रंग पर हो तो उसे उपयोग किया जा सकता है। तथा सीओ टू फायर स्टिंगुशर लगाने की सुझाव दिया गया जिससे शॉर्ट सर्किट की आग को आसानी से बुझाया जा सके। उस समय एसीएमओ, हैस्पिटल प्रबंधक हेमंत राजन, नरसिंग स्टाफ तथा कुंदन कुमार समेत अन्य फायर सर्विस के अग्निक मौजूद थे।