
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। केंद्र सरकार की सहायता से औरंगाबाद शहर में पेयजल की गंभीर समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री अमृत योजना के तहत शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए एक वृहद योजना पर काम प्रारंभ हो गया है। इस योजना का कार्यान्वयन लगभग 132 करोड़ रुपए की लागत से बिहार सरकार की बुड़को के माध्यम से कराया जा रहा है। इस योजना को अगामी 18 माह में पूरा कर लिया जाएगा। कार्य में गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से सांसद सुशील कुमार सिंह ने आज इसके निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। सांसद ने कहा कि इस योजना के तहत बारून के सोन नद से पानी लाकर औरंगाबाद शहर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी । इस बीच इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का शोधन कार्य भी होगा। श्री सिंह ने कहा कि आजादी के बाद से ही शहर में पानी की समस्या है जिसे मौजूदा केंद्र सरकार की सहायता से शीघ्र ही दूर कर लिया जाएगा। अमृत योजना के तहत बनाए जा रहे भूमिगत वाटर टैंक घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाएंगे। शहर में 8 वाटर टैंक बनाए जा रहे हैं। इनमें 3 टैंकों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, इनके पास ही ओवरहैड टैंक भी बने रहे हैं, जिनसे वाटर लाइन जोड़ी जा रही हैं। उन्होने कहा कि लोगों को सहज जलापूर्ति के मद्देनजर जिन शहरों की आबादी एक लाख से अधिक है, उन शहरों को अमृत भारत योजना के तहत चयनित किया गया है। यह भारत सरकार की प्राथमिकताओं में एक है। इसी के मद्देनजर औरंगाबाद शहर में कुल – 8 टांको का निमार्ण करवाया जायेगा। वैसे शहर की ग्राउंड वाटर अच्छी नहीं है जिसको लेकर इन टांको में सोन नदी से पानी लाया जाएगा। लक्ष्य के मुताबिक प्रत्येक वार्डों में टैंक बनाकर जलापूर्ति करना सुनिश्चित किया गया है लेकिन यदि किसी वार्ड में सरकारी जमीन नहीं मिला और वहां टावर बनना संभव नहीं हुआ तो दो-तीन वार्डो को कनेक्ट कर जलापूर्ति की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य की मॉनिटरिंग नगर परिषद करेंगी। यह 132 करोड़ की योजना है जिसे अगले 18 महीने में कार्य पुरा किया जायेगा। जानकारी के अनुसार इससे मकान के दो तल्ले तक पानी का जलापूर्ति की जाएंगी। यह शहर के लोगों के लिए अच्छा कदम होगा, क्योंकी यहां के करीब-करीब हर मोहल्ले के लोग जल संकट से जूझ रहे हैं। इस कार्य के लिए नगर परिषद की टीम पूरी तत्परता के साथ अपनी काम कर रही हैं, ताकि नगर वासियों को समय पर जलापूर्ति हो सके। निर्माण कार्य करा रहे संबधित अधिकारी ने बताया कि सोन नदी के जरिए भूमिगत वाटर टैंक में पानी पहुंचेगा। वाटर टैंक के ऊपर लगे वाटर प्यूरीफाई सिस्टम से पानी शुद्ध होकर ओवरहैड टैंक में पहुंचेगा। तब वाटर लाइन के जरिए शुद्ध पानी घरों में पहुंचेगा। इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता, उपाध्यक्ष अहशान अहमद, रेड क्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह, पुर्व उप प्रमुख मनीष पाठक, अशोक सिंह, भाजपा ज़िला मिडिया प्रभारी मितेन्द्र सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।