
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। लोकसभा एवं राज्यसभा में विपक्षी 146 सांसदों को निलंबित करने के बाद देश की राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ है जिसके मद्देनजर महागठबंधन दलों के नेताओं ने सड़क पर उतर कर आज शहर के गांधी मैदान से लेकर रमेश चौक तक आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया और पीएम मोदी का रमेश चौक पर पुतला दहन किया। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि संसद में हुए सुरक्षा उल्लंघन पर मोदी सरकार से जवाब मांगने के लिए विपक्षी सांसदों को निलंबित करना एक गलत और अलोकतांत्रिक कदम है। मोदी सरकार ‘विपक्ष मुक्त’ संसद देखना चाहती है जितना संभव हो सके उतने सांसदों को निलंबित करने की कोशिश कर रही है, ताकि अहम बिलों को मनमाने ढंग से पारित करा सके। देश की जनता के आवाज़ को मोदी सरकार दबाना चाहती हैं। सरकार संसद की सुरक्षा को नजर अंदाज कर लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। सरकार अधिनायकवादी रवैया अपना रही है। यह का यह आत्मघाती कदम लोकतंत्र की हत्या है। मोदी सरकार ने संसद को रबर स्टाम्प बनाकर रख दिया है। अब लोकतांत्रिक प्रक्रिया दिखावे के लिए भी अब नहीं बची है। उन्होंने कहा कि यह संसद में विपक्षी आवाज़ों को ख़त्म करने की सरकार की मैकेनिकल कवायद है। यह जल्द ही उत्तर कोरियाई संसद जैसी दिखे। अब यहां एक चीज होना बाकी है, और वो करतल ध्वनि के साथ ताली बजाना। इस “निरंकुश” सरकार ने सभी लोकतांत्रिक मानदंडों को कूड़ेदान में फेंक दिया है और इसने संसद के प्रति शून्य जवाबदेही दिखाई है। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि विपक्ष के बिना सदन के अंदर रचनात्मक चर्चा नहीं हो सकती। इस दौरान पूर्व मंत्री एवं राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सुरेश पासवान, प्रदेश सचिव सह पूर्व विधायक सुरेश मेहता, प्रदेश सचिव ई. सुबोध कुमार सिंह, प्रदेश सचिव कौलेशवर यादव, जिला अध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा, प्रधान महासचिव अनिल टाइगर, जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव, राजद जिला उपाध्यक्ष ओम प्रकाश यादव, जिला पार्षद शंकर यादव, अनिल यादव, कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह, जनता दल यूनाइटेड के कई वरिष्ठ नेता, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता बलराम मिश्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष उदय उज्जवल, पूर्व जिला पार्षद अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, संजय यादव, संजीत यादव, युसूफ आजाद अंसारी, युवा राजद जिला अध्यक्ष राहुल कुमार, छात्र राजद के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सुमन कुमारी, उषा रंजन ललिता देवी, शबनम कुमारी, भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महेंद्र प्रताप यादव, राजद नेता संतोष कुमार, विकास कुमार, राजू कुमार, अशोक यादव, सुरेंद्र कुमार, जफर आलम, सुशील कुमार सहित सैकड़ो की संख्या में महागठबंधन के कार्यकर्ता मौजूद रहे जिन्होंने मोदी सरकार के तानाशाही रवैया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संदर्भ में नेताओं ने जिला पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है।