मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट
कुटुंबा (औरंगाबाद) माता जगदंबे की पावन धरा सतबहिनी मंदिर के प्रांगण में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी अम्बे महोत्सव आयोजन की तैयारियां जोरों पर है। अम्बे महोत्सव के आयोजन में प्रतिवर्ष लाखों रूपये खर्च किए जाते हैं। मंदिर न्यास समिति के द्वारा इस वर्ष महोत्सव कराने में लगभग 25 लाख रूपये खर्च होने का आकलन किया गया है।
विदित हो कि आद्रा मेला के दौरान लाखों श्रद्धालु, लग्न के मौके पर हजारों श्रद्वालु तथा प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु माता का दर्शन एवं पूजन करते हैं। मंदिर परिसर में आयोजित होने वाले कथा, वाहनों की पूजा, विवाह के अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में लाखों रुपयों की चढ़ावा भी आता है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं के लिए सुविधा का घोर अभाव है। महिला श्रद्धालु खुले में शौच करने के लिए बेबस हैं। बैठक में मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण करने की बात तो की जाती है मगर बैठक की बात सिर्फ कागज के पन्नों में ही सिमट कर रह जाती है।
कौतूहल का विषय बना ज़िला प्रशासन से 25 लाख रूपये की मांग : अम्बे महोत्सव के नाम पर इस वर्ष खर्च के लिए पच्चीस लाख रूपये की मांग, अम्बा में कौतूहल का विषय बन चुका है। स्थानीय लोग कई तरह के कयास लगा रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि सतबहिनी मंदिर न्यास समिति द्वारा मंदिर के सर्वांगीण विकास की जगह महोत्सव के नाम पर उद्देश्यों के विपरीत खर्च किया जा रहा है।