मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। बिहार में रोजगार के अवसर नगण्य होने की वजह से आज प्रदेश के लाखों लोग रोजगार के लिए पलायन को मजबूर हैं। अलग-अलग प्रदेशों में बिहारी कामगारों का शोषण किया जाता हैं। यह बात जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश महासचिव विजय कुमार उर्फ गोलु यादव ने कहीं।
उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य के लिए पलायन प्रमुख समस्या है जिस पर किसी भी सरकार ने यथा राज्य व केंद्र की सरकार ने ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। परिणाम स्वरूप आज भी पलायन जारी है। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र के साथ मिलकर राज्य सरकार बिहार में ही रोजगार के अवसर पैदा करने का काम करे, तो पलायन की समस्या बहुत हद तक कम होगी और प्रदेश के कामगार भाईयों को दूसरे प्रदेशों में जाकर अपमानित होना नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि रोड व बिजली से सिर्फ रोजगार नहीं मिलेगा। इसके लिए यहां बड़े-बड़े कल कारखानों के लगाने की जरूरत है। निवेशकों को निवेश के लिए एक आदर्श माहौल देने की जरूरत है। राज्य व केन्द्र सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और यहीं इंडस्ट्री लगाना चाहिए, ताकि बिहारी भाई, यहीं अपने प्रदेश में रोजगार पाकर सम्मान के साथ जिंदगी गुजार सके। यहीं पर क्रय-व्यय करे, जिससे मजदूर भाईयों के साथ-साथ बिहार की भी तरक्की हो।