
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। ऐतिहासिक, पौराणिक व धार्मिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल देव में मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन की तलाश पूरी होती दिख रही है। देव से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित पातालगंगा में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए जमीन पर मुहर लगने की संभावना बनती दिखाई दे रही है। इसको लेकर प्रशासनिक कवायद भी तेज हो गई है। वैसे जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग वर्षों से की जा रही हैं। लेकिन कभी ज़मीन की अनुपलब्धता को लेकर तो कभी अन्य कारणों से आज तक मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य प्रभावित रहा। ऐसे में शक्ति मिश्रा फाउंडेशन के अध्यक्ष सह समाजसेवी शक्ति मिश्रा ने बताया कि मेडिकल कालेज खुलने से रोजगार का सृजन होगा। जिले की अर्थ व्यवस्था में सुधार में होगा, चहमुखी विकास की पटल पर औरंगाबाद होगा। कॉलेज खुलने से स्थानीय छात्रों को लाभ मिलेगा। हमारे छात्रों को अपने कैरियर के लिए दूसरे प्रदेशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। कॉलेज खुलने से भविष्य के छात्रों की यह समस्या दूर हो जाएगी। वहीं, इलाज़ के लिए मरीजों को पटना या बनारस नहीं जाना पड़ेगा। बीमार पड़ने पर लोग इसी मेडिकल कॉलेज में इलाज करवा पाएंगे। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति होगी। उन्होने बताया कि देव के पातालगंगा स्थित मेडिकल कॉलेज का निर्माण के लिए ज़मीन उपयुक्त है। सूर्य नगरी देव भगवान भास्कर के त्रेतायुगीय मंदिर के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। पाताल गंगा की भूमि पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा, तो देव की बुनियादी ढांचा मजबूत होगी। तेजी से विकास कार्य होंगे। इलाक़े में चहल-पहल होगी। युवाओं को रोजगार मिलेगा। कॉलेज खुलने से लोगों को बेहतर इलाज़ की सुविधाएं मिलेगी।







