औरंगाबाद। औरंगाबाद ज़िले के रफीगंज में मंगलवार को खाद के लिए दुकान पर पहुंचे किसानों पर पुलिस के द्वारा लाठियां बरसाई गई और अब उनके खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर जेल भी भेजा जा रहा है। इस घटना को जिला पार्षद शंकर यादवेन्दू ने कड़ी निंदा करते हुये कहा है कि इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम होगा। जहां एक तरफ किसान अपनी लहलहाती फसलों को बचाने के लिए किसान खाद को लेकर दर-दर भटक रहे हैं, वहीं उन्हें बेरहमी से पीटा जाना और जेल भेजा जाना, कहीं ना कहीं यह अंग्रेजी शासन व्यवस्था को प्रस्तुत करता है। प्रत्येक साल किसानों को जब फसलों में खाद डालने का समय आता है तो खाद बाजार से गायब हो जाती है। इसका फ़ायदा निजी दुकानदार उठाते हैं।
आज स्थिति यह है कि दुकान के पीछे के दरवाजे से या गोदाम से ही किसानों को महंगे दर पर यूरिया खाद उपलब्ध कराया जा रहा है। मजबूर किसान किसी भी दर पर खाद लेकर अपने खेतो में अच्छी फसल के लिए खरीद रहे हैं। श्री यादवेन्दूूने कहा है कि जिन किसानों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है और जेल भेजने की तैयारी की जा रही है उन्हें जिला प्रशासन अभिलंब मुक्त करें।यह उचित नहीं है।