
औरंगाबाद। किसान संगठनों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को और मजबूती प्रदान करने के लिए आज भारत बंद का आह्वान किया है। बंद को कई गैर-राजग दलों ने समर्थन दिया है। इनमें कांग्रेस, राजद, जाप, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, तेलुगु देशम पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, वाम दलों और स्वराज इंडिया एवं अन्य शामिल हैं। इसी सिलसिले में राजद वरिय नेता व जिला पार्षद शंकर यादवेन्दू ने भारत बंद को सही ठहराते हुए कहा है कि यह बंदी कृषि कानून, बेरोजगारी, जातीय जनगणना एवं लगातर बेतहाशा बढ़ती महंगाई, कानून-व्यवस्था की बदहाली और छात्रों-युवाओं के दमन के मुद्दे को लेकर है। केंद्र सरकार नए कृषि कानून के तहत मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (msp) खरीद प्रणाली को समाप्त कर किसानों को बड़े कॉरपोरेट की दया पर छोड़ देना चाहती है। श्री यादवेन्दु ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। कहा कि काले कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की लड़ाई में हम उनके साथ खड़े। हम सभी भारत बंद को शांतिपूर्ण तरीके से अपना समर्थन देंगे। किसान और मजदूर अपनी मांगों के हक में पिछले एक वर्ष से शांतमयी संघर्ष कर रहे हैं। जबकि यह अंधी, गूगी एवं बहरी सरकार देश की जनता को बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार की बेदी पर चढ़ा कर खत्म कर देना चाहती है, जो हम ऐसा होने नहीं देगें। आज किसान उपेक्षित महसूस कर रहा है। यहां पशु पक्षियों, मेड़-बकरियों की गिनती की जाएगी। लेकीन इंसानों की नहीं गणना नहीं होगी। उन्होंने इस भारत बंध में अधिक से अधिक लोगों को भाग लेने का अपील की है।