मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। कृषि विज्ञान केन्द्र औरंगाबाद सिरिस में कृषि विज्ञान केन्द्र एवं आत्मा औरंगाबाद के संयुक्त तत्वावधान से आयोजित किसान मेला- सह- प्रदर्शनी का उद्घाटन सदर एसडीएम विजयंत, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ नित्यानंद, जिला कृषि पदाधिकारी जीविका रणवीर सिंह ने संयुक्तरूप ने किया। इस दौरान सदर एसडीएम द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के फसल संग्रहालय मे लगे हुए विभिन्न तकनिकियों से लगे गेंहू के विभिन्न प्रजातियों का अवलोकन किया गया तथा सभी के विशेष गुण के बारे मे जानकारी ली गई। केंद्र मे साथापित मौसम यूनिट, वर्मीकम्पोस्ट, औषधीय एवं सुगंधित पौध वाटिका, प्रशासनिक भवन तथा जलवायु अनुकूल खेती कार्यक्रम के अंतर्गत हैप्पी सीडर से बुआई की गई गेंहू की फसल का निरीक्षण किया एवं प्रशंसा की। वहीं केन्द्र में चल रहें गतिविधियों के सराहना करते हुए कहा कि ज़िला के द्वारा इस परिसर मे विभिन्न प्रत्यक्षण यूनिट की स्थापना जैसे- पॉलीहाउस, ग्रीनहाउस, नडेप पीट तथा फलदार वृक्ष के लिए नर्सरी तैयार किया जाएगा। साथ ही कहा की कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा नई तकनिकियों के प्रत्यक्षण इकाई को देख कर अपने खेतों मे भी अवश्य लगाएं जिससे आपके फसल उत्पादकता मे बृद्धि के साथ साथ कृषि मे लागत को कम करके आमदनी को बढ़ा सकते हैं।
वहीं केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान ने किसान मेला मे आएं हुए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि के साथ किसान एवं महिला किसानों का स्वागत किया एवं कृषि विज्ञान केन्द्र मे चल रहे विभिन्न गतिविधियों एवं परियोजनाओं के बारे मे विधिवत जानकारी देते हुए किसानों की आमदनी दुगनी करने हेतु विस्तृत तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद जिला के कृषक अपनी लगन, मेहनत, कर्मठता एवं कृषि विज्ञान केन्द्र से तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर अपनी आमदनी दसगुना तक बढ़ाया हैं। आप भी उन तकनिकियों को समायोजन अपने कृषि मे कर अपनी आमदनी को बढ़ा सकते है।
इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा ज़िले में चल रहे विभिन्न योजनाओ के बारे मे विधिवत जानकारी दिया गया जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। साथ ही इस किसान मेला के उद्देश्य एवं विभाग के द्वारा चल रहे विभिन्न परियोजनाओ के बारे मे भी जानकारी दी।
सहायक निदेशक, मृदा रसायन, ने किसानों को मृदा जांच के बारे मे जानकारी दी एवं साथ ही किसानों से मृदा जांच के बाद ही संतुलित मात्र मे पोषक तत्व का प्रयोग करें। सहायक निदेशक पौध संरक्षण ने किसानों को पौधों मे लगाने वाले रोगों के लक्षण एवं उनके नियंत्रण के बारे मी जानकारी दी। सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण ने किसानों को कृषि यंत्रीकरण एवं उनके लाभ के बारे मे जानकारी दी। जिला परियोजना प्रबंधक पवन कुमार ने जीविका दीदियों को कृषि विज्ञान केन्द्र में प्रशिक्षण लेकर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने का सुझाव दिया। इस दौरान मंच संचालन डॉ संगीता मेहता ने किया एवं गरमा मौसम मे लगाने वाले सब्जियों के बारे मे बताया। डॉ आलोक भर्ती ने बदलते हुए जलवायु में पशुओं के देखरेख, बकरी पालन, मुर्गीपालन की विस्तृत जानकारी दी। वहीं कृषि विज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने मौसम पूर्वनुमान एवं कृषि पर जलवायु के पड़ने वाले प्रभावों के बारे मे विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर जिला के विभिन्न गांव से 1100 से अधिक कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया तथा केंद्र सभी कर्मचारी उपस्थित रहें।