– डी के यादव
कोंच। बीते 21 दिसम्बर 2021 से शुरू होकर 30 दिसम्बर 2021 तक परसावां पंचायत के ग्राम चतुरी बिगहा में चले आ रहे ज्ञान महायज्ञ का सफल समापन वृहस्पतिवार को हवन तथा भंडारे के साथ किया गया। जहां आस पास के गांवों से चलकर भारी संख्या में भक्त गण हवन में भाग लिए और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।भक्ति मानव को सही मार्ग पर चलना सिखाती है। उक्त बातें ग्राम चतुरी बिगहा में चल रहे साप्ताहिक ज्ञान महायज्ञ में अयोध्या धाम से पधारे श्री राधेश्याम जी महाराज जी ने कही। प्रवचन के अंतिम दिन लोगों से खचाखच भरे पंडाल में संगीतमय प्रवचनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रवचन में उन्होंने कहा कि आज हमारा भारत पश्चिमी सभ्यता का ग़ुलाम होता चला जा रहा है और अपनी संस्कृति को भूलते जा रहा है।रामचरित्र मानस के सातो खंड को बताते हुए प्रथम खंड से प्रवचन की शुरुआत कर क्रमशः दोहा छंद को कर्ण प्रिय संगीत से श्रीराम की महिमा व्याख्या किया। चतुरी बिगहा, रामपुर, गंगा बिगहा, राजौरा, कौड़िया, हुलाशगंज, परसावां, तरारी आदि गाँवों से सुबह 7 बजे से ही यज्ञ स्थल पर श्रोतागण आने लगे और तकरीबन दस बजे से हवन प्रारंभ किया गया था। तरारी ग्राम निवासी बाल विदुषी कुमारी माया सरस्वती ने भी पांच दिनों तक संगीतमय प्रवचनों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। ये सात दिन चतुरी बीघा एवं आस पास के क्षेत्र भक्तिमय और संगीतमय माहौल में डूबा रहा और लोगों ने राम कथा का भरपूर आनंद उठाया।