सजा पर सियासत का तंज़ हुआ तेज
सरकार बदले की भावना से कर रही है यह काम
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला से जुड़े डोरंडा ट्रेजरी मामले में सजा का एलान किया गया। सीबीआई कोर्ट ने श्री यादव को 5 साल जेल व 60 लाख रुपये जुर्माना का एलान किया है। सजा का एलान होने के बाद ज़िला पार्षद शंकर यादव ने कहा कि हम फ़ैसले का स्वागत करते हैं, लेकिन पूछना चाहते हैं इन सीबीआई या अन्य तमाम जांच एजेंसियों से क्या चारा घोटाला देश के आजादी का पहला ऐसा घोटाला हैं, जिसके जिम्मेदार केवल लालू प्रसाद यादव हैं। जबकि देश छोड़िए बिहार में ही एक से बढ़कर एक 80 बड़े घोटाला हुए हैं। उन घोटालों की जांच क्यों नहीं हो रही हैं? सच तो यह हैं कि सरकार बदले की भावना से यह काम कर रही है। देश की तमाम लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं सत्ता के इन हुक्मरानों की ग़ुलाम हो चुकी है। इतिहास गवाह अति का अंत बड़ा ही भयंकर होता हैं। लालू प्रसाद यादव समाजिक न्याय योद्धा हैं, और रहेगें।
राजद जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के बाद लोकतांत्रिक व्यवस्था का दुरुपयोग करती आ रही है। यह देश विरोधी गतिविधियों को हमेशा संचालित करती रहती है। देश में फिलहाल दो सरकारें समानांतर काम कर रही हैं। एक सरकार का भाजपा नेतृत्व कर रही है और दूसरी समानांतर सरकार आरएसएस के नेतृत्व में अपना एजेण्डा लागू कराती है। भाजपा सरकार सत्ता का दुरुपयोग करती है और संघ समाज में बंटवारा पैदा करता है। इन दो पाटों के बीच जनता और विपक्षी कार्यकर्ता समान रूप से पिस रहे है।
राजद आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष उदय उज्जवल ने कहा कि कोर्ट के फैसले पर निराशा हुए हैं, हताश नहीं हुए हैं। मुझे विश्वास है, जल्दी ही लालू प्रसाद यादव के साथ न्याय होगा। कहा जिन पर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी हैं वही लगातार कानून का मजाक बना रहे हैं। न्याय देना तो दूर उल्टा अत्याचार कर रहे हैं। सत्ता के संरक्षण में अपराध का आंतक कायम कर रहे हैं। दलित- वंचितों के मशीहा को सरकारी तंत्रों के दम पर गुंडाराज चला रहे हैं। आज देश का छात्र- नौजवान व मजदूर-किसान परेशान है। लेकीन ये एक के बाद एक भगोड़ों को विदेश जाने का लाईसेंस बाट रहे हैं।