
औरंगाबाद। सदर प्रखंड स्थित जम्होर थानांतर्गत पाठक बिगहा निवासी वासुदेव पाठक उर्फ़ गोपाल पाठक के आकस्मिक निधन पर पाठक बिगहा निवासियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। विदित हो कि 11 दिसंबर शनिवार को उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी और हृदय गति रुकने से उनका देहांत हो गया।उनकी उम्र लगभग 83 वर्ष थी। वे अपने पीछे चार पुत्र रविशंकर पाठक, डॉ अरुण पाठक, डॉक्टर धीरेंद्र पाठक, डॉ रविंद्र पाठक, अवकाश प्राप्त शिक्षक सुरेश पाठक, तीन भतीजे संजीव कुमार पाठक, पीयूष सलिल, प्रत्यूष कुमार नवनीत सहित भरा पूरा परिवार छोड़ कर गए। साहित्य संवाद के सचिव सुरेश विद्यार्थी ने वासुदेव पाठक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि गोपाल पाठक उद्भट विद्वान एवं कर्मकांड के अधिष्ठाता थे। जब भी किसी विद्वत समाज में धार्मिक समस्या का आभास होता था अथवा विद्वानों के सामने कोई जटिल प्रश्न आ जाती थी तो वे उसका उचित सलाह देकर हल निकालते थे। वे एक कर्मठ एवं कार्य कुशल व्यक्ति थे। पाठक बिगहा निवासियों ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके निधन से विद्वत समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।