औरंगाबाद। स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को मधेपुरा के निचली अदालत द्वारा बाइज्जत बरी कर दिया गया, न्याय के मंदिर में न्याय की जीत हुई। निचली अदालत से दोषमुक्त होने पर गरीब, शोषित समाज एवं उपेक्षित वर्गों के लोग अपने मसीहा पूर्व सांसद सह पार्टी सुप्रीमों राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की रिहाई की सूचना के बाद से आम आवाम में खुशी और हर्ष का माहौल है, और उनपर गरीब-गुरबों की दुआ है। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में भी ख़ुशी की लहर है। उक्त बातें जाप के प्रदेश महासचिव सह किसान प्रकोष्ठ प्रभारी संदीप सिंह समदर्शी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया। उन्होंने पप्पू यादव की रिहाई को जनता की जीत बताया है और कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, परास्त नहीं। हमलोग देश के संविधान और न्याय प्रक्रिया में भरोसा रखते हैं, जिसके सामने साजिशों का परास्त होना तय था। उन्होंने बीजेपी पर साजिश के तहत जेल भेजने का आरोप लगाया। इतना नहीं, पप्पू यादव के बरी होने पर पार्टी के साथी और चाहने और जानने वाले मिठाइयां बाट खुशी का इजहार भी कर रहे हैं। समदर्शी ने कहा कि क्रांति नायक पप्पू यादव ने वैश्विक कोरोना महामारी संक्रमण के दौरान असंख्य लोगों का जीवन बचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि अस्पताल माफिया व एम्बुलेंस चोर सांसद के दबाव में बिहार सरकार ने उन्हें साजिश के तहत जेल भेजा था। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब सत्ताधारी और विपक्ष के नेता अपने-अपने घरों में दुबके थे, उस वक्त अपने मेजर ऑपरेशन के बाद भी एकमात्र पप्पू यादव संपूर्ण बिहार में अस्पताल से लेकर शमशान घाट तक जरूरतमंद लोगों को मदद पंहुचा रहे थे। तब वे लाचार और बेबस लोगों के बीच दवाई, ऑक्सीजन, भोजन, अस्पतालों में बेड, एम्बुलेंस आदि मुहैया करवा रहे थे। यह देश की करोड़ों जनता देख रही थी। इसके लिए अभी हाल ही में इंडियन मेडिकल एसोसिएसन ने उन्हें सम्मानित भी किया। देश के करोड़ों लोगों की दुआएं कबूल हुईं और सत्य की जीत हुई। एक बार फिर पराजित नहीं हुआ दीन-दुखियों के सेवक, गरीब-गुरबों के मसीहा, जनहित के मुद्दों के संघर्ष के नायक पप्पू यादव की रिहाई हुई।
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