
औरंगाबाद। नवीनगर प्रखंड स्थित गजना धाम के प्रांगण में गजना न्यास समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता महंत अवध बिहारी दास ने किया। बैठक में सदस्यों ने आपसी विचार समन्वय किया एवं गजना महोत्सव मनाने के लिए चर्चा की। गजना न्यास समिति के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने कहा कि बिहार झारखंड सीमा पर अवस्थित गजना धाम शक्ति उपासना का सर्व प्रमुख स्थल है। इस स्थल की व्याख्या पुराणों में भी वर्णित है। बैठक में गजना धाम के विकास के लिए, पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाने के लिए गजना महोत्सव को मनाने के लिए चर्चा की गई। गजना महोत्सव मनाने हेतु जिलाधिकारी से मिलकर महोत्सव को सरकारी स्तर पर आयोजन किया जाए इसके लिए उनसे आग्रह किया जाए। जिला प्रशासन से यदि स्वीकृति नहीं मिलती है तो गजना न्यास समिति एवं स्थानीय स्तर पर इसका आयोजन किया जाए जिसके लिए 24 अक्टूबर को एक बैठक का आयोजन किया गया है। महोत्सव मनाने के लिए गठित उपसमिति का संयोजक भृगुनाथ सिंह को बनाया गया। इस मौके पर न्यास समिति द्वारा वर्ष भर का प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया गया जिसमें गजना धाम परिसर में व्यास मंच का निर्माण, व्यावसायिक प्रतिष्ठान का निर्माण, औषधीय पौधों से युक्त पार्क का निर्माण आदि विषयों पर चर्चा की गई। इस दौरान महाराणा प्रताप सेवा संस्थान के पूर्व सचिव अनिल कुमार सिंह, मीडिया प्रभारी सुरेश विद्यार्थी, अरुण मेहता, अरुण कुमार सिंह, करमदेव राम, लालदेव प्रसाद, मिथिलेश चंद्रवंशी सत्यनारायण सिंह, विनोद ठाकुर सहित अन्य उपस्थित थे।