
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। केंद्र सरकार द्वारा आमजन को राहत पहुंचाने के लिए प्रत्येक शहर, कस्बे और गांव में डाकघर खोलकर लोगों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर डाकघर के कार्मिकों की उदासीनता इन दिनों उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। ऐसा ही एक मामला कुटुंबा थाना क्षेत्र के पिपरा बगाही गांव स्थित शाखा डाकघर की है। जहां उस गांव निवासी शुभम कुमार सिंह बताया कि डाकघर को हमेशा बंद रहने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पोस्टमास्टर ड्यूटी पर नहीं आते हैं। स्थिति यह है कि ग्रामीण डाकघर के पोस्ट मास्टर को भी नहीं पहचानते हैं। पोस्ट मास्टर जरूरी व अहस्तांतरणीय कागजात को किसी गैर ज़िम्मेदार आदमी के हाथों भिजवा देते हैं जिससे गोपनीयता भंग होने का खतरा बना रहता है। वहीं जरूरी कागजातों की डिलीवरी समय पर नहीं हो पाती है। उस गांव के रहने वाले अवध किशोर पाठक ने बताया कि ग्रामीणों को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से प्राप्त होने वाले दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, कॉल लेटर, जॉइनिंग लेटर, पैन कार्ड आदि समय से नहीं मिल पाता है। उन्होंने बताया कि पोस्ट मास्टर के विरुद्ध कई बार वरीय अधिकारियों से लिखित शिकायत की गई है। परंतु विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। अंततः ग्रामीणों ने हार मानकर शिकायत करना छोड़ दिया। ऐसे में उपभोक्ताओं में डाकघर के कार्मिकों को लेकर रोष बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने पोस्ट मास्टर के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।







