– संजीव कुमार –
मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 परियोजना कृषि उत्पादन प्रणाली एफडीएस मद के तहत बुधवार को मदनपुर प्रखंड के दक्षिणी उमगा पंचायत के सुदूरवर्ती गांव ढकपहरी मे पहली बार ग्रामीणों के बिच सरसो बीज एवं वृक्ष का वितरण किया गया। इस दौरान 50 ग्रामीणों के बिच सरसों प्रत्यक्षण किट एवं पांच – पांच प्रकार के फलदार वृक्ष का वितरण किया गया। सहायक निदेशक भूमि संरक्षण विभाग रविशंकर के नेतृत्व मे इसके लिए एक शिविर का आयोजन किया गया। जहां लोगों आम, कटहल, अमरुद, आंवला एवं निम्बू के वृक्ष का वितरण कर उसे लगाने की प्रक्रिया को लोगों को समझाया गया तो वहीं सरसों किट के वितरण कर उसके फायदे के बारे मे भी लोगों को जागरूक किया गया। जलच्छाजन विकास के तहत आयोजित कार्यक्रम मे भूमि संरक्षण विभाग के निदेशक रविशंकर ने बताया कि सरकार की यह कोशिश है कि सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्रों मे लोगों के विकास के लिए कार्य तेजी से किया जाए। इस सिलसिले मे ढकपहरी गांव मे सरकार के निर्देशानुसार जलच्छाजन समिति के द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके तहत लोगों को सरसों किट और फलदार वृक्ष का वितरण कर उसके लगाने की प्रक्रिया एवं उससे होने वाली लाभ ले बारे मे विस्तार से बताया गया है, ताकि ग्रामीण इससे लाभान्वित होकर अपना और अपने समाज का विकास करें। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके विभाग से पेयजल के लिए एक चापाकल की व्यवस्था की गयी है जिससे पूरे गांव के लोग इसका उपयोग करते है। सर्वजनिक तौर पर एक चबूतरे का निर्माण कराया जा चुका है। सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण मंटू कुमार ने बताया कि उनकी यह कोशिश है कि ऐसे क्षेत्रों मे तालाब निर्माण, मेढबंदी, मशरूम उत्पादन आदि सहित कई प्रकार के विकासशील योजनाओं को लागु कर ग्रामीणों को लाभ पहुंचाया जाए ताकि, गांव के लोग लाभान्वित होकर आत्मनिर्भर हो सकें और एक सशक्त और समृद्ध समाज का निर्माण कर सके। वहीं दक्षिणी उमगा पंचायत के पूर्व मुखिया सह समाजसेवी उपेंद्र यादव ने बताया कि पूर्व मे यहां कोई पदाधिकारी नहीं आते थे।लेकिन अब यहां पर कई प्रकार के जन कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन इनके लिए किया जा रहा है।इससे ग्रामीणों मे खुशी की लहर है। यहां के लोग मेहनती है। सरकार की योजनाओं को सही तरीके से धरातल पर उतारा जाए तो यहां के लोग भी आत्मनिर्भर बनकर अपने आप को आगे बढ़ा सकते है। इस दौरान परियोजना प्रबंधक क्षितिज नारायण झा, कृषि विशेषज्ञ अनिल कुमार पोद्दार, अभियंत्रण विशेषज्ञ आनंद कुमार, पूर्व मुखिया सह समाजसेवी उपेंद्र यादव, वार्ड सदस्य प्रतिनिधि उपेंद्र कुमार, बिरन पासवान, कपिल भुइयां, रंजय कुमार आदि सहित ग्रामीण मौजूद थे।