
– संजीव कुमार-
मगध हेडलाइंस: मदनपुर (औरंगाबाद) प्रखंड मुख्यालय स्थित धर्मशाला प्रांगण में शनिवार को परशुराम युवा मंच द्वारा भगवान परशुराम की जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने कहा कि भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया को हुआ था।इस तिथि को अक्षय तृतीया भी कहा जाता है।
इस दिन त्रेता युग का आरंभ हुआ था। परशुराम भगवान शंकर के भक्त हैं तथा उन्हें भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त था। भगवान शंकर ने घोर तपस्या से प्रसन्न होकर उन्हें अमोघ अस्त्र परशु प्रदान किया था जिससे इनका नाम परशुराम हुआ। परशुराम जी के तीन शिष्य बहुत प्रसिद्ध हुए जिनमें भीष्म पितामह, आचार्य द्रोण और महारथी कर्ण थे। उन्होंने कर्ण को छल पूर्वक विद्या लेने पर श्राप भी दिया था।
आज समाज को एक करने के लिए युग पुरुष महर्षि परशुराम की जयंती पर हमें इस बात का संकल्प लेना चाहिए कि भारतवर्ष को विश्व गुरु बनाने के लिए ऐसे महान अवतारों के बताए रास्ते पर चलकर देश को आगे बढ़ाएं। इस मौके पर ज्ञान दत्त पांडे,विश्व हिंदू परिषद के आजीवन हितचिंतक जितेंद्र सिंह परमार,अवध बिहारी पांडे, सिद्धार्थ भारद्वाज, सुमित आचार्य, नीरज पाठक, अभिषेक तिवारी, रजनीश पाठक, प्रिंस कुमार तिवारी, रूपेश पाठक, आनंद पाठक, ओंकार तिवारी, राहुल पाठक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।















