मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। सदर अस्पताल के क्लर्क के साथ मारपीट की घटना का राजद जिला प्रवक्ता डॉ. रमेश यादव ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सांसद सुशील कुमार सिंह के भड़काऊ भाषण के बाद उनके समर्थकों ने जिस प्रकार से कलर्क के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया।
वह कहीं से उचित नहीं हैं। इस घटना से उनका चाल – चरित्र उजागर हुआ हैं। आगमी 2024 का लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले ही उन्होंने हार स्वीकार कर लिया है और बिहार में भाजपा की सत्ता जाने से सांसद अपना मानसिक संतुलन भी खो बैठे हैं और उल्टे – सीधे कार्य कर रहे हैं।
सांसद अपने भड़काऊ भाषण से केंद्र की सरकार को मंगालराज कहते फिरते हैं। जबकि इनकी हकीकत दुनिया के सामने हैं, आज देश के अंदर चाहे महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी या फिर लाचारी हो वह चरम सीमा पर हैं। इस सब बातों से इनकी सरकार को रति भर भी मतलब नहीं है। केंद्र में इनकी झांसे की सरकार चल रही हैं। देश के फर्जी विकास से जनता का मनोरंजन कर रहे हैं। जनता इनकी वास्तविकता जान चुकी हैं। आगमी लोकसभा चुनाव में सबक सिखाने का काम करेगी।
घटना की निंदा करने वाले में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश सचिव ई. सुबोध कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष सुरेश मेहता, जिला पार्षद शंकर कुमार यादव, शशि भूषण शर्मा, अनिल यादव, सुरेंद्र कुमार, यूसुफ आजाद अंसारी, संजय यादव, अमरेंद्र कुशवाहा, मनीष कुशवाहा, राजीव कुमार सिंह, विकास यादव, सुशील कुमार, सुरेंद्र यादव, अशोक यादव, इंदल यादव, मनोरमा पासवान, उषा रंजन, डॉक्टर संजय यादव, रविंद्र कुमार समेत अन्य शामिल हैं।
कलर्क के साथ मारपीट का कारण :
यह घटना शनिवार के दोपहर की हैं जिसमें फेसर थाना क्षेत्र के बघोई खुर्द गांव निवासी जगदीश सिंह एवं उनके पुत्र रौशन कुमार की मौत थाना क्षेत्र के ही परसी गांव के समीप खुद की ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट जाने से दबकर हो गई थी। इसके बाद मृतक के परिजन शव को लेकर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे थे। जहां पोस्टमार्टम में विलंब होने के कारण आक्रोशितों ने क्लर्क को अस्पताल प्रबंधक समझ कर पिटाई कर दी।