मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। जदयू के कद्दावर नेता व ओबरा से तीन बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके प्रमोद चंद्रवंशी के बड़े भाई मनोज चंद्रवंशी की संदिग्ध हालत में रेलवे ट्रैक से शव बरामद किया गया। परिजनों ने मामले में हत्या की आशंका जताई है तथा एसआईटी गठित कर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की हैं।
दो दिन से गायब थे मनोज चंद्रवंशी :
हम नेता का शव जिले के बारुण थाना क्षेत्र से रेलवे ट्रैक के किनारे से बरामद किया गया था। बताया जाता है वह सोमवार को गया जिले के गुरारू स्थित अपने निवास स्थान से मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। इसके बाद वे घर वापस नहीं लौटे। इस बात की जानकारी गुरारू थाना को उनके पुत्र सिंकदर चंद्रवंशी ने दी थी। लेकिन बुधवार को उनका का शव लावारिश हालत में रेलवे ट्रैक के किनारे से बरामद किया गया था।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के नेता थे मनोज चंद्रवंशी : मृतक मनोज चंद्रवंशी जीतन राम मांझी के पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के नेता थे। बताया जाता है कि वह अक्सर अपने घर के आसपास मॉर्निंग वाक किया करते थे। इसी क्रम में दो दिन पहले उनका किसी ने अपहरण कर हत्या कर दी और हत्या का साक्ष्य छुपाने के लिए शव को बारुण थाना क्षेत्र के रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। इधर बारुण पुलिस ने शव को अज्ञात के रूप में बुधवार को बरामद किया था। लेकिन पहचान होने पर उनकी पहचान मनोज चंद्रवंशी के रूप में की गई, जो कि जदयू के बड़े नेता एवं अति पिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य प्रमोद चंद्रवंशी के भाई के रूप में की गई है।
इस घटना से मर्माहत प्रमोद सिंह चंद्रवंशी ने एसआईटी गठित कर जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। हालांकि इस संबंध में बारुण थानाध्यक्ष शमीम अहमद ने बताया कि मृतक का शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया था जिसकी पहचान हम नेता मनोज चंद्रवंशी के रूप में की गई है।हालांकि अब तक मामले में हमे कोई शिक़ायत नहीं मिली है। लेकिन घटना को लेकर यूडी केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।