औरंगाबाद। नक्सलियों के खिलाफ सीआरपीएफ एवं बिहार पुलिस का रूख आक्रामक है जिसमें दोनों की संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली हैं। इस कार्रवाई में इंसास राइफल, एसएलआर के साथ मैगजिन, नाइन एमएम पिस्तौल, देसी पिस्तौल, कट्टा, राइफल, रिवॉल्वर, थर्नेट, कैन बम एवं केन आईडी समेत कई अन्य अवैध सामग्रियों को बरामद किया गया। जबकि इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों की भनक लगते ही नक्सली मौके से फरार हो गए।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा, 205 कोबरा वाहिनी समादेष्टा कैलाश के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मुकेश कुमार, उप समादेष्टा ओम प्रकाश यादव, सहायक समादेष्टा अमित कुमार सिंह, सहायक समादेष्टा मोरे राहुल अनिल के संयुक्त नेतृत्व में औरंगाबाद जिला में कार्यरत 205 कोबरा वाहिनी, एस०टी०एफ० एवं थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा व स्थानीय पुलिस बलों के संयुक्त टीम के द्वारा दिनांक 10.12.22 से 12.12.22 तक मदनपुर अंतर्गत लडुईया पहाड़ एवं इसके आस-पास क्षेत्रों में नक्सलियों के विरुद्ध संयुक्त सर्च अभियान के फलस्वरूप शस्त्र एवं विस्फोटक सामग्री कुल 22 सामानों को बरामद किया गया जिसमें से 13 सामानों को यथास्थान विनष्ट कर दिया गया।
कांड की खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा एवं 205 कोबरा वाहिनी समादेष्टा कैलाश ने बताया कि नक्सलियों के विरुद्ध चलाएं जा रहे सर्च ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। इस दौरान सर्च अभियान के फलस्वरूप शस्त्र एवं विस्फोटक सामग्री कुल 22 सामानों को बरामद किया गया जिसमें से 13 सामानों को यथास्थान विनष्ट कर दिया गया जिसमें एक इंसास राइफल, एक एसएलआर के साथ मैगजिन, एक नाइन एमएम पिस्तौल, तीन देसी पिस्तौल, तीन कट्टा, तीन राइफल, एक रिवॉल्वर, एक थर्नेट, 21 कैन बम, 1763 डेटोनेटर, 21 प्रेशर स्विच, 500 कार्ड्टेक्स वायर एवं एक केन आईडी समेत कई अन्य विस्फोटक सामग्रिया बरामद किया गया।
इस मामले में मदनपुर थाना में एक नक्सल कांड दर्ज किया गया है जिसमें 11 नामजद एवं 10-15 अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध कांड दर्ज किया गया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2010 में टंडवा थाना अंतर्गत लूटा गया एसएलआर के साथ मैगजिन को बरामद कर लिया गया है। इस छापामारी अभियान के फलस्वरूप नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है। नक्सल गतिविधि पर अंकुश लगाये जाने हेतु लगातार छापामारी अभियान आगे जारी हैं।