क्राइम

20 लाख रूपये नगद के साथ 54 कांडो का नामजद अभियुक्त चर्चित नक्सली नेता विनय यादव एवं दो अन्य नक्सली गिरफ्तार, विनय यादव पर 18 लाख का था इनाम

छापेमारी दल में शामिल सदस्यों को किया जाएगा सम्मानित

औरंगाबाद। बिहार – झारखंड एवं सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। इस दौरान 18 लाख का इनामी चर्चित नक्सली नेता विनय यादव के साथ दो अन्य नक्सली गिरफ्तार किए गए। इसके पास से 20 लाख रूपये नगद बरामद किया गया है। नक्सली नेता 54 कांडो में नामजद अभियुक्त हैं। इस दौरान चर्चित नक्सली नेता विनय यादव की गिरफ्तारी कई मायनों में अहम मानी जा रही हैं। इस पर झारखंड सरकार के द्वारा 15 लाख रूपये जबकि बिहार सरकार द्वारा 3 लाख रूपये का इनाम घोषित किया गया था।
इसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कई वर्षो तलाश कर रही थी। वहीं इस कार्यवाई में दो अन्य की पहचान दाउदनगर थाना अंतर्गत मायापुर गांव निवासी स्व. अनुप राम के पुत्र अमरेंद्र पासवान एवं अंबा थाना अंतर्गत भलवारी खुर्द बाबा गांव निवासी खादिम रसूल के पुत्र ईदरिश अंसारी के रूप में की गई है। जबकि चर्चित नक्सली नेता अंबा थाना अंतर्गत देउरा के रहने वाले देवराज यादव के पुत्र विनय यादव उर्फ कमल जी उर्फ किसलय जी उर्फ मुराद जी उर्फ गुरु जी हैं। इस दौरान पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि चर्चित नक्सली नेता विनय यादव की गिरफ्तारी कई मायनों में अहम है। इसकी गिरफ्तारी नक्सल गतिविधियों की रोकथाम को लेकर काफ़ी सहायक होगा। इस दौरान दो अन्य नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। विनय यादव पर बिहार- झारखंड सरकार द्वारा 18 रूपये का इनाम घोषित किया गया। इसके पास से लेवी का 20 लाख रुपया भी बरामद किया गया है। इसकी गिरफ्तारी को लेकर औरंगाबाद पुलिस एवं झारखंड प्रदेश के पलामु पुलिस, 205वीं वाहिनी, कोबरा वाहिनी एवं 47वीं वाहिनी, सी० आर०पी०एफ० औरंगाबाद के संयुक्त कारवाई की गई। विनय यादव एवं अमरेन्द्र पासवान की गिरफ्तारी दाउदनगर थाना अंतर्गत मायापुर गांव से की गई है। इस दौरान चर्चित नक्सली नेता ने स्वीकार किया है कि वह वर्ष 2003 से नक्सली संगठन में सक्रिय है और औरंगाबाद जिले के मदनपुर, सलैया, ढिबरा एवं देव थाना अंतर्गत इसके अलावा गया ज़िले एवं झारखण्ड प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार अपने संगठन को मजबूत करने एवं वर्ष 2014 से नक्सली संगठन का जोनल कमांडर एवं रिजनल कमांडर के रूप में नेतृत्व करता रहा है।
पूछताछ के क्रम में पता चला कि नक्सली संगठन द्वारा लेवी के वसूले गये रुपये को चकरबंधा के जंगल में शिकारी कुआं के आसपास छिपा के रखा गया है जिसके आलोक में कोबरा 205 वाहिनी के उप समादेष्टा योगेन्द्र ढकोले एवं अपर पुलिस अधीक्षक  अभियान मुकेश कुमार के नेतृत्व में अपने बल के साथ मदनपुर थाना अंतर्गत चकरबंधा के पचरुखिया पहाड़ी क्षेत्र से गड़ा हुआ हालत में गोदरेज कंपनी की लोहे का लॉकर बरामद किया गया, जिसे लोहे की कटर से काटकर 20 लाख रूपये बरामद किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुनः चर्चित नक्सली नेता के बयान पर इसके आश्रयदाता अंबा थाना अंतर्गत भलवारी खुर्द गांव में ईदरिश अंसारी को गिरफ्तार किया गया। इसकी गिरफ्तारी से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा है। वहीं नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाये जाने हेतु लगातार छापामारी अभियान जारी रहेगा। चर्चित नक्सली नेता को शरण एवं सहयोग देने के आरोप में 03 अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं 02 अभियुक्तों के विरुद्ध दाउदनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं। छापामारी दल में सी०आर०पी०एफ० 47वीं वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी बिजेन्द्र सिंह भाटी, कोबरा 205 वाहिनी द्वितीय कमान अधिकारी रूप नारायण बिरौली, कोबरा 205 वाहिनी के उप समादेष्टा योगेन्द्र ढकोले, अपर पुलिस अधीक्षक, अभियान मुकेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, दाउदनगर कुमार ऋषि राज, झारखंड प्रदेश के पलामू ज़िला ज़िले के छतरपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार, कोबरा 205वी वाहिनी सहायक समादेष्टा अजिय, दाउदनगर एवं ओबरा थाना अध्यक्ष के अलावा जिला आसूचना ईकाई औरंगाबाद के सदस्य शामिल हैं।
किस थाना में कितने मामले : पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चर्चित नक्सली नेता का आपराधिक इतिहास रहा है। इसके विरूद्ध औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना में कुल 21 मामले, सलैया थाना – 01, देव थाना – 15 ढिबरा थाना -10 कुल 47 काण्ड एवं गया ज़िले के बांके बाजार एवं बाराचट्टी थाना में – 07 कुल 54 नक्सली काण्डों में यह अभियुक्त है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वर्ष 2016 में बाके बाजार थानाध्यक्ष डुमरी नाला के पास अभियान से लौट रहे सुरक्षा बलों पर सुनियोजित तरीके से आई०डी० ब्लास्ट करने के बाद फायरिंग करते हुए सुरक्षा बलो को नक्सली नेता के नेतृत्व में काफी नुकसान पहुंचाया गया था। इस घटना में कोबरा वाहिनी के 10 सुरक्षा बल शहीद हो गये थे। इस संदर्भ में बाके बाजार थाना में दिनांक 20.07.16 अभियुक्त विनय यादव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके अतिरिक्त अन्य सीमावर्ती थाना से नक्सली अभियुक्त विनय यादव सहित अन्य सभी अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया नक्सल गतिविधि पर अंकुश लगाने के लिए मदनपुर थाना अंतर्गत लंगुराही, तरी एवं पचरुखिया में फारवार्ड कैंप का निर्माण कराया गया है। साथ ही इस वर्ष माह जनवरी 22 से 22.09.22 तक औरंगाबाद जिला में नक्सलियों पर अंकुश लगाने एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक, औरंगाबाद के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक, अभियान के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस प्रशासन तथा अर्द्धसैनिक बलों यथा सी०आर०पी०एफ०, कोबरा, एस०एस०बी० एस०टी०एफ० द्वारा विशेष अभियान चलाकर कुल 33 नक्सली अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया सभी गिरफ्तार अभियुक्तों का पूर्व से आपराधिक इतिहास है। इसके अतिरिक्त नक्सल अभियान के कम में कई अवैध आग्नेयास्त्र एवं विस्फोटक पदार्थ बरामद किये गये है। कैंप के निर्माण एवं लगातार चल रहे छापामारी अभियान में हुई गिरफ्तारी के फलस्वरूप कई नक्सल काण्डों का उद्भेदन हुआ है और नक्सलियों का मनोबल भी काफी हराश हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!

Adblock Detected

Please remove ad blocer