औरंगाबाद। जिला विधिक संघ औरंगाबाद में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई जिसकी अध्यक्षता विधिक संघ के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह ने किया। जबकि संचालन अधिवक्ता मधेश्वर पासवान ने किया। वहीं डॉ आंबेडकर के तैलचित्र पर अधिवक्ताओं ने माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालें। इसके अलावा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
रसिक बिहारी सिंह ने कहा कि बाबा साहेब की पहचान एक संविधान निर्माता के तौर पर होती है। इसके अलावा, वह भारतीय विधिवेत्ता, राजनीतिज्ञ, दार्शनिक, मनोवैज्ञानिक, इतिहासकार एवं अर्थशास्त्री भी थे। उन्होंने विषम परिस्थितियों के बाद भी अंबेडकर ने अपनी पढ़ाई पूरी की। ये उनकी काबलियत व मेहनत का ही परिणाम है। उन्होंने समाज के निचले तबके के उत्थान के लिए कई कार्य किये। इसके अलावा उन्होंने कुरीतियों व कुप्रथाओं को समाप्त करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वहीं मधेश्वर पासवान ने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े जो लोग सरकारी नौकरी में हैं, उन्हें चाहिए की समाज के अन्य लोगों की समाजीक व आर्थिक संपन्नता कैसे मिलें जिसको लेकर उन्हें यथासंभव मदद करनी चाहिए। इतना ही नहीं अपनी आमदनी का 5 प्रतिशत हिस्सा समाजिक उत्थान में खर्च भी करना चाहिएं तभी बाबा साहेब का सपना था वह पुरा हो सकेगा। इस मौके पर अमित कुमार, विरेन्द्र सिंह, सतीश कुमार स्नेही, काली प्रसाद, संतोष कुमार सिंह, मुन्ना कुमार, शिवकुमार,अभय कुमार, लक्ष्मण सिंह समेत अन्य उपस्थित थे। वहीं कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता गिरिजेश सिंह ने किया।