मो. अली जिन्ना व वीडी सावरकर एक ही सिक्के के हैं दो पहलू
पाकिस्तान के गुनाहगार खोजने से पहले डॉ. अंबेडकर द्वारा लिखें पुस्तक को जरूर पढ़े : समदर्शी
औरंगाबाद। ज़िले के रफीगंज प्रखंड परिषर में जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की आदमकद मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर निवर्तमान प्रखण्ड अध्यक्ष अरविन्द कुमार भगत, दिलीप कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, शिवनंदन सिंह, मुन्ना कुमार, जेठन यादव सहित अन्य लोगों ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित किया। वही रफीगंज कासमा रोड स्थित पार्टी कार्यालय में बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर माला और पुष्प अर्पित कर 131 वीं जयंती मनाई गई।
समदर्शी ने कहा कि डॉ आंबेडकर के मुताबिक पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना व वीडी सावरकर एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक जिन्ना के सिद्धांतों पर मुस्लिम राष्ट्र चाहिए था। वहीं दूसरे को उन्हीं सिद्धांतों पर हिंदू राष्ट्र। उन्होंने अपनी पुस्तक “पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन” के पेज नंबर 131 एवं 132 पर डाॅ. अंबेडकर लिखते हैं: “यह बात सुनने में भले ही विचित्र लगे, पर एक राष्ट्र बनाम दो राष्ट्र के प्रश्न पर सावरकर एवं जिन्ना के विचार परस्पर विरोधी होने के बजाय एक-दूसरे से पूरी तरह मेल खाते हैं। दोनों ही इस बात को स्वीकार करते हैं, और न केवल स्वीकार करते हैं बल्कि इस बात पर जोर देते हैं कि भारत में दो राष्ट्र हैं, एक मुस्लिम राष्ट्र एवं एक हिंदू राष्ट्र। उनमें मतभेद केवल इस बात पर है कि इन दोनों राष्ट्रों को किन शर्तों पर एक दूसरे के साथ रहना चाहिए।
समदर्शी ने आगे कहा कि डॉ अंबेडकर ने यह पुस्तक 1940 में लिखी थी। वह भारत की विभाजन से 7 वर्ष पूर्व लिखी गयी थी। इसी पुस्तक में डॉ. अंबेडकर ने लिखा है “गांधीजी ने अपनी तरफ से एकता की सारी कोशिश कर ली लेकिन वह नाकाम रहें। इसलिए पाकिस्तान के गुनाहगार खोजने से पहले डॉ. अंबेडकर को जरूर पढ़ लीजिए। हम सभी उनके द्वारा लिखी गई भारत के संविधान के अनुरूप चलते हुए भारत को विकसित देश निर्माण का हिस्सा बनना चाहिए। आज हमसभी को उनके विचारों को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट व दृढसंकल्पित होना होगा। इस दौरान दिलीप कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, शिवनंदन सिंह, जेठन यादव, राजेश कुमार, मुन्ना कुमार, अवधेश कुमार, उपेंद्र कुमार सिंह, संजय कुमार, मोहन यादव, सुनील कुमार भगत, मो० आफताब आलम सहित अन्य लोग मौजूद रहे।