वर्तमान मानदेय को बताया न्यूनतम मजदूरी से भी कम
औरंगाबाद। आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका के मानदेय को लेकर सोमवार को लोकसभा में औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने अपने संबोधन में सरकार को ध्यान आकृष्ठ कराते हुये कहा कि देश भर में आंगनबाड़ी केन्द्र है जिनके पक्के भवन बने हुए हैं। इस केन्द्र के माध्यम से छोटे-छोटे बच्चों की देखभाल की जाती हैं जिसमें दो पद सेविका व सहायिका का होते है। श्री सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने वर्ष 2017 में सेविका के मानदेय को 3000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये और सहायिका को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2975 रुपये करने का काम की थी।
यह बढ़ोतरी कार्य 5 वर्ष पूर्व हुई थी। अतः भारत सरकार से यह मांग करना चाहता हूं कि यह योजना बहुत अच्छी हैं। इसके तहत कोरोना काल के विषम परिस्थिति में इन सेविका व सहायिकाओं ने अपना सराहनीय योगदान दिया। यह काफ़ी चुनौतीपूर्ण था और इस दौरान अग्रीम पंक्ति में खड़ी रही। हालांकि इनके योगदानों को देखते हुए सरकार ने इन्हें कोरोना वरियर्स का भी दर्जा प्रदान की। श्री सिंह ने कहा कि हमारा आपसे आग्रह है कि इनके अभी जो मानदेय है। वह न्यूनतम मजदूरी से भी कम हैं जिसे और बढाएं जाएं।