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राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ सफल आयोजन, 2342 वादों का किया गया निष्पादन

वादकारियों को वाद निष्पादन के साथ-साथ प्रदान की गई स्वास्थ्य जांच शिविर

मगध हेडलाइंस: औरंगाबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी अपर जिला सत्र न्यायाधीश सुनिल दत्त पांडे, आनंदिता सिंह, दिनेश कुमार प्रधान, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया। इस उद्घाटन समारोह में न्यायिक पदाधिकारी गण, अधिवक्तागण, तथा अन्य विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित रहें। उद्घाटन समारोह का संचालन न्यायिक दंडाधिकारी सुदीप पांडे द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह का स्वागत संबोधन सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने किया। वहीं आये हुए आगांतुकों का स्वागत किया साथ ही सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा अधिक से अधिक लोगों को मिले जिसको लेकर उनके द्वारा विशेष चर्चा की गई। इस दौरान यह भी बताया गया की कोरोना के बाद यह राष्ट्रीय लोक अदालत पूर्ण रूप से भौतिक रूप से आयोजित किया गया जिसका फायेदा अधिक से अधिक लोग उठाये अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वादकारियों से कहा की आप यहां आये हैं इसलिए आपसे संबंधित वादों को हर संभव समझौता के आधार पर निस्तारण करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने राष्ट्रीय लोक अदालत में मामले को निपटाने का फायेदा बताये तथा कहा कि सरकारी हो या निजी अस्पताल में आउट डोर में आये मरीज की तरह राष्ट्रीय लोक अदालत अपना काम करता है जहां से उनकी परेशानियों का निदान हो जाता हैैं, उन्होंने संबंधित बेंच को यह निर्देश दिया की कोई भी व्यक्ति जो न्याय की उम्मीद से यहां आयें हैं उन्हें निराशा हाथ नहीं लगनी चाहिएं और उनके समस्याओं का समाधान हो यही राष्ट्रीय लोक अदालत का उदेश्य भी है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि विगत 20-25 दिनों से जो लोग इससे जुड़कर लगातार मेहनत कर रहे हैं, उसका इस लोक अदालत में आज परिणाम का दिन है। जिला जज ने यह स्पष्ट कर दिया गया प्राधिकार के सचिव एवं प्राधिकार से संबंधित लोगों के लगातार 20-25 दिनों से इसकी तैयारी की जा रही थी और इसी का परिणाम हैं की अधिक से अधिक वादों का निष्पादन का उम्मीद है जिसके लिए ऋण वाद और मोटर दुर्घटना वाद के निष्पादन में मानवीय दृष्टिकोण अपना कर वादों का निष्पादन करवाने का निर्देश दिया गया। कार्यक्रम का संचालन सुदीप पांडे न्यायिक दंडाधिकारी द्वारा किया गया सचिव ने अपने संबोधन में इस राष्ट्रिय लोक अदालत के सफल होने और आम लोगो के बिच इसके प्रति जागरूक करने के लिए मिडिया की भूमिका को सराहा और कहा की उनके साथ का असर है की आज होने जा रही राष्ट्रिय लोक अदालत का प्रचार प्रसार हर घर तक पंहुचा है और लोग स्वत आकर भी अपने वाद का निस्तारण करवाने में रूचि ले रहे है। इस बार लोक अदालत की मुख्य विशेषता यह रहा की यह अदालत के साथ साथ स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन विधिक सेवा सदन में किया गया था जिसमें सुगर, विपी कैंसर, कोरोना जांच, कोरोना टीकाकरण, दवा का वितरण, इत्यादि प्रमुख सुविधाओं से वादकारियों के साथ-साथ सभी उपस्थित लोगों ने लाभ उठाया तथा सभी न्यायकि पदाधिकारियों का भी स्वास्थ्य जांच इस शिविर के माध्यम से किया गया। स्वास्थ शिविर सिविल सर्जन के नेतृत्व में डॉ. शरमद आलम डॉ. हर्ष राज, डॉ श्याम कुमार डी पी सी नागेन्द्र केशरी, प्रबंधक मंटू कुमार के द्वारा स्वास्थ कर्मी प्रियंका कुमारी, अंजू प्रकाश, नेहा कुमारी, बबली कुमारी राजकमल यादव राजेश कुमार का स्वास्थ जांच में अहम योगदान रहा। रिकॉर्ड वादों का निष्पादन हुआ। लोक अदालत के त्वरित निष्पादन से कारा से अर्जुन चौधरी व सोनू कुमार मुक्त हुआ।

लोक अदालत का फायदा आज उस वक्त देखने को मिली जब दो विभिन्न मामलों कारा में बंद दो अभियुक्तों का वाद समाप्त हुआ और उन्हें कारा से मुक्ति मिली जिनमे नवीनगर थाना कांड संख्या 129/10 में करा में बंद अर्जुन चौधरी तथा अंबा थाना कांड संख्या 80 /2021 में बंद सोनू कुमार का वाद का निष्पादन किया गया चुकी एक बंदी मंडल कारा औरंगाबाद में बंद था और एक बंदी अनुमंडल कारा दाउदनगर में बंद था जिन्हें तत्काल विडियो कांफ्रेंसिंग से उपस्थापित करा कर और उनके वाद को समाप्त कर कारा से मुक्ति मिली।

उक्त वाद बेंच संख्या 05 और 08 पर निष्पादित किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में आज मोटर दुर्घटना से संबंधित 17 वादों में कुल 71 लाख रूपये का समझौता कराया गया जिसमे सभी की भूमिका बेहद ही सराहनीय रही। पारिवारिक मामलें से संबंधित 03 वाद, घरेलू हिंसा 02 , आपराधिक सुलहनीय मामलें से सम्बन्धित 246 वाद अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से संबंधित 443 वाद तथा बैंक ऋण से संबंधित 1631 मामलें का निस्तारण करते हुए कुल 6 करोड़ 78 लाख रूपये पक्षकारों को राहत देते हुए समझौता कराया गया। इस पुरे राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन को सफल बनाने में प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार, सुजीत कुमार प्राधिकार के कर्मी सुनील कुमार सिंह, परसुराम कुमार सिंह, संजय कुमार, टेक्निकल स्टाफ सुनील कुमार सिन्हा, अर्पणा सहाय और सहयोगी नवरतन कुमार, गीता कुमारी, कुंदन कुमार की भूमिका भी सराहनीय रही।

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