– मिथिलेश कुमार –
मगध हेडलाइंस: अंबा (औरंगाबाद)। संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा की कुटुंबा प्रखंड इकाई ने अपनी मांगों को लेकर शनिवार को प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया और जातीय आधारित गणना का पूर्णतः बहिष्कार करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्र भूषण गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एवं शिक्षा मंत्री के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि राज्य सरकार एवं सत्तारूढ़ दलों के द्वारा विगत कई महीनों से प्रदेश में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने और राज्य की सभी 9222 नियोजन इकाइयों को समाप्त कर उन्हें जिला संवर्ग में सामंजित करने का आश्वासन दिया जा रहा था। किंतु 10 अप्रैल राज्य सरकार द्वारा बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 की अधिसूचना जारी करते हुए स्पष्ट कर दिया गया है कि नियोजन इकाइयां पूर्ववत प्रभावी रहेंगी जिससे राज में कार्यरत सभी कोटि के नियोजित शिक्षकों में क्षोभ व असंतोष ब्याप्त हो गया है।
उन्होंने बताया कि संयुक्त शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिहार के द्वारा धरना प्रदर्शन के माध्यम से राज्य सरकार को मांग पत्र सौंपा गया है। जिसमें नई शिक्षक नियमावली 2023 में संशोधन करते हुए राज्य कर्मी का दर्जा, समान काम समान वेतन, पुरानी पेंशन योजना लागू करने, ऐच्छिक स्थानांतरण, स्नातक प्रोन्नति एवं कालबद्ध प्रोन्नति की मांग की गई है।