औरंगाबाद। सदर प्रखंड के फेसर रेलवे स्टेशन पर देहरादून एक्सप्रेस का ठहराव को लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने स्टेशन पर महा धरना दिया। सर्व प्रथम ग्रामीणों ने बसडीहा हाई स्कूल के मैदान से पैदल आक्रोश मार्च निकाला गया। इसके बाद फ़ेसर रेलवे स्टेशन पहुंच कर आक्रोश मार्च सभा में तब्दील हो गई। जहां प्रदर्शनकारियों ने घंटों रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया।
इस दौरान फेसर बाजार की कई दुकानें बंद रही। पूर्व निर्धारित इस कार्यक्रम को लेकर भारी संख्या पुलिस बल की तैनाती की गई थी जिसका नेतृत्व फेसर थानाध्यक्ष डॉ. रामविलास प्रसाद यादव ने किया। इस दौरान महा धरना कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।
गौरतलब हैं कि कोविड-19 का हवाला देते हुए रेल प्रशासन ने पूर्व में रुक रही इस ट्रेन का भी ठहराव रद्द कर दिया है। इससे लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। अब यह चुनावी मुद्दा बनकर रह गया है।
वक्ताओं ने कहा कि देहरादून एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर पूर्व में आश्वासन मिला था। इसके वावजूद ट्रेन नहीं रुकी जिसको लेकर आज इस महा धरना के माध्यम से मामले ज़िला पदाधिकारी एवं रेलवे के वरीय पदाधिकारियों को ध्यान आकृष्ट कराया है।
यहां से कोलकाता, हरिद्वार समेत मुंबई जाने के लिए यह अच्छी ट्रेन है। पिछले कई वर्षों से यहां उक्त ट्रेन रुकती थी। लेकिन कोरोना काल के बाद इसे बंद कर दिया गया। उसके बाद ग्रामीणों ने रोकने का मांग किया था जिसमें अधिकारियों ने ग्रामीणों की बात रेल अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया था। इतने समय बित जाने के बाद भी इस मांग पर ध्यान नहीं दिया गया जिसमें आज ग्रामीणों ने महाधरना दिया
ग्रामीणों के अनुसार कोरोना काल तो पूरी तरह से अब खत्म हो गया है, जन सामान्य की दैनिक जिंदगी पटरी पर आ गई मगर फेसर स्टेशन से मिलने वाली यात्री सुविधा पूरी तरह प्रभावित हो रही है। कोरोना काल से पहले रुकने वाली देहरादून का ठहराव आज तक न होने से ग्रामीणों में स्थानीय जनप्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है। वक्ताओं ने कहा कि इसके वावजूद यदि रेलवे प्रशासन ने उक्त ट्रेन ठहराव की दिशा में कार्य नहीं किया तो चक्का जाम करेंगे।
मौके पर सरपंच रामजन्म यादव, संजय मिश्रा, फ़ेसर पंचायत मुखिया प्रतिनिधि रवि कुमार, पूर्व मुखिया राकेश कुमार, लूटन यादव, सीपु दुबे, सुशिल यादव, निराला यादव, महेंद्र पासवान समेत काफ़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।