औरंगाबाद। व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद की चार प्रमुख पद रिक्त होने के कारण विधिक कार्यों में अधिवक्ताओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिनकों लेकर अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि पटना हाई कोर्ट द्वारा चार जजों के नियुक्ति नहीं करने के कारण कई महत्वपूर्ण वादों में सुनवाई लंबित हैं। वहीं अधिवक्ताओं एवं वाद के पक्षकारों में कार्य न होने से उनमें निराशा हैं। कहा कि इस बीच रिक्तियों में अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, एनआई स्पेशल कोर्ट एवं मुंसिफ कोर्ट शामिल है जिसमें अनुमंडलीय न्यायिक दंडाधिकारी वर्ष 2020 से जबकि 13 अप्रैल 2021 से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, 17 सितंबर 2021 से एनआई स्पेशल कोर्ट तथा 17 सितंबर 2021 से मुंसिफ कोर्ट की पद रिक्त हैं। कहा कि इन मामलों में जिला विधिक संघ औरंगाबाद के अधिवक्ताओ ने पटना हाई कोर्ट से मांग किया हैं कि यथा शिघ्र ही इन पर न्यायाधीशों की नियुक्ति की जाएं ताकि विधिक कार्यों में अधिवक्ताओं को सहूलियत हो।
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