
औरंगाबाद। बिहार प्रदेश जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पूंजीवाद की संरक्षक व पोषक केंद्र सरकार एवं उसके मंत्रियों ने किसानों को खालिस्तानी, अतिवादी, चंद मुट्ठीभर लोग, हर देश को कमजोर करने वाली ताकते बता कर देश की एकता एवं सौहार्द को कमजोर करने की नीयत से किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए जो भी चाले अब तक चली है वह सारी चालें किसान एकता के कारण सफल नहीं हो सका। परिणाम हुआ कि एक साल के बाद अहंकार में डूबी नरेंद्र मोदी की सरकार को किसान एकता तथा आंदोलन के कारण तीनों काला कृषि कानून को वापस लेना पड़ा जो किसान एकता व लोकतंत्र की जीत है। उसी प्रकार बेरोजगार युवाओं को आगे आकर किसान आंदोलन से भी बड़े आदोलन छेड़ने की जरूरत है। इन्होंने आगे कहा कि जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव बेरोजगारी और पलायन पर लगातार आवाज उठाते रहे है। आज जरूरत है युवाओं को कदम से कदम मिलाकर इस आवाज को एकता एवं एकजुटता को प्रदर्शित करते हुए बेरोजगारी एवं पलायन के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करें। हमारी इस दिशा आगे आकर संघर्ष के लिए रणनीति तैयार कर रही है। आज जरूरत है बिहार के सभी प्रखंड मुख्यालय तक मजबूती से युवाओं को आवाज बुलंद करने की है। पप्पू यादव के द्वारा बेरोजगारी और पलायन के दूर करने के लिए लिए लगातार आवाज बुलंद करतेेे रहे हैं। रोजगार और महंगाई के मुद्दे पर जाप हमेशा आमजनो के साथ खड़ा रहा है और आगे भी खड़ा रहेगा।
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