रामविनय सिंह
पुजारी ने दान में दी थी एक बीघा निजी जमीन
गोह (औरंगाबाद) गोह थाना क्षेत्र के अमारी नहर पुल चौराहा के पास अवस्थित भगवान भाष्कर मंदिर के महंत पुजारी के अचानक ह्रदय गति रुक जाने के वजह से निधन हो गया जिससे आस पास के लोगों में शोक की लहर व्याप्त है। इनके निधन से लोगों को आध्यात्मिक क्षति काफी हुई है। लगभग 35 वर्ष पूर्व पिपराही गांव निवासी स्व. राम प्रताप गोप के चतुर्थ सुपुत्र 62 वर्षीय जय नन्दन दास ने अपने मन में ठान लिया था कि हमें सब कुछ छोड़कर भगवान की सेवा में लीन रहना है।
बदलते दौर में जब एक एक इंच जमीन के लिए लोग अपने ही सगे रिश्तेदारों और करीबी लोगों की जान लेने में नहीं हिचकते हैं, ऐसे में उन्होने अपने निजी हिंस्से की एक बिघा जमीन मौजा अमारी में भाष्कर मंदिर निर्माण हेतुं एवं अमारी स्वास्थ्य उपकेन्द्र एवं अमारी पंचायत भवन निर्माण के लिये बिहार राज्यपाल के नाम दान दी।
इसके बाद क्षेत्र के लोगों के सहयोग से भाष्कर मंदिर का निर्माण कराया। वहीं उसी वक्त से भक्ति भाव मे लीन हो गये। नियमित पूजा पाठ भक्ति भजन एवं लोगों को अध्यात्म के प्रति जागरूक करते रहना। आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भाष्कर के मंदिर समीप मेले का हर वर्ष आयोजन करते रहना। अब पुजारी जय नन्दन दास इस दुनियां को छोड़कर चल बसे क्षेत्र के लोग एवं अध्यात्म से जुड़े साधु जन इनको अंतिम सम्मान के साथ देवहरा पुनपुन नदी में शनिवार की शाम पंच तत्व में विलीन कर दिया। इनका किया हुआ कृति लोगों को सदा याद दिलाते रहेगा।