डॉ ओमप्रकाश कुमार
दाउदनगर (औरंगाबाद) चंद्रवंशी चेतना मंच ने भखरुआं बाजार रोड में स्थित एक होटल के सभागार में जरासंध जयंती समारोह मनाया। उपस्थित लोगों ने जरासंध महाराज की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद बिहार के पूर्व मंत्री भीम सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि उन्होंने 1999 में चंद्रवंशी चेतना मंच की स्थापना की थी। इस मंच का मूल मंत्र है-” ज्ञान के लिये पढ़ो, अधिकार के लिये लड़ो ‘.जरासंध महाराज की कीर्ती को हम आज भी याद करते हैं। उस समय विकास और राजनीति भुजबल के सहारे होता था। आज राजनीति ज्ञान बल और वोट बल के सहारे होती है। पढ़ाई और लड़ाई को दिमाग में बैठा लेंगे तो तरक्की निश्चित तौर पर होगी। अपने बच्चों को शिक्षित बनायें। तकनीकी शिक्षा से भी जोड़ें। समाज का स्वर्णिम इतिहास रहा है। शिक्षा और एकता होगी तो हम गरीबी, कुरुतियों और अशिक्षा के खिलाफ संघर्ष करेंगे, तभी बदलाव होगा। मध्य बिहार में अति पिछड़ा वर्ग में चंद्रवंशी समाज की अधिक आबादी है, इसलिए इस समाज को आगे आकर नेतृत्व करना चाहिये। अपना स्थानीय नेता विकसित करें, जो जुझारू और सुलझा हुआ हो। मंच के अध्यक्ष निशांत राज ने कहा कि शिक्षा व संघर्ष हमारी पूंजी है। हमारा स्वर्णिम इतिहास रहा है। संख्या बल होते हुये भी आज हम राजनीतिक हाशिए पर हैं। धीरेंद्र कुमार रत्नाकर ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन कपिलेश्वर विद्यार्थी ने किया।